नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर मालदीव गए थे। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद जयशंकर की यह पहली मालदीव यात्रा थी। इससे पहले मई में मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर भारत यात्रा पर आये थे। चीन के भरोसे कूद रहे मुइज्जू का व्यवहार अचानक […]
नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर मालदीव गए थे। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद जयशंकर की यह पहली मालदीव यात्रा थी। इससे पहले मई में मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर भारत यात्रा पर आये थे। चीन के भरोसे कूद रहे मुइज्जू का व्यवहार अचानक से भारत के प्रति बदल गया है। अब वो भारत का गीत गाने लगे हैं। मुख्य विपक्षी दल मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी यानी एमडीपी ने मुइज्जू सरकार के इस बदलाव का स्वागत किया है।
मुख्य विपक्षी दल मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने शनिवार को यह टिप्पणी की। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की और कहा कि उनकी पार्टी मुइज्जू सरकार से भारत से सार्वजानिक तौर पर माफ़ी मांगने का मांग करती है। राष्ट्रपति मुइज्जू अपने अधिकारियों की हरकतों, झूठ और गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों के लिए माफी मांगे। उनकी वजह से मालदीव को विदेशी और आर्थिक दृष्टिकोण को काफी नुकसान हुआ है।
Pleased to meet @abdulla_shahid, President of Maldivian Democratic Party and colleagues.
Value their support for strengthening of 🇮🇳 🇲🇻 relations. pic.twitter.com/u2CcPeAfMa
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 10, 2024
अब्दुल्ला शाहिद ने जब भी मालदीव अंतर्राष्ट्रीय 911 डायल करेगा तो भारत सबसे पहले प्रतिक्रिया देगा। वहीं मुइज्जू ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ महीने में मित्र राष्ट्र होने के नाते हमारे लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने मालदीव को मुख्य खाद्य पदार्थों के कोटे में किसी अन्य देश की तुलना में अधिक दिया है। भारत ने सदैव मालदीव की सहायता की है। वर्षों से हमें दी जा रही विभिन्न सहायता के लिए भारत को धन्यवाद। मुइज्जू के अचानक ह्रदय परिवर्तन से चीन भी चौंक गया है। बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू सितंबर में भारत दौरे पर आ सकते हैं।