नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए बाजार खुलने से सऊदी अरब में नए बदलाव हो रहे हैं। इस इस्लामिक देश के इतिहास में पहली बार एक उड़ान भरी, जिसका संचालन पूरी तरह से महिलाओं द्वारा किया गया। अधिकारियों ने कहा कि पिछले सप्ताह केवल महिलाओं द्वारा संचालित विमान ने सऊदी अरब में उड़ान भरी थी। […]
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए बाजार खुलने से सऊदी अरब में नए बदलाव हो रहे हैं। इस इस्लामिक देश के इतिहास में पहली बार एक उड़ान भरी, जिसका संचालन पूरी तरह से महिलाओं द्वारा किया गया। अधिकारियों ने कहा कि पिछले सप्ताह केवल महिलाओं द्वारा संचालित विमान ने सऊदी अरब में उड़ान भरी थी।
इसके साथ ही यह देश की इकलौती फ्लाइट बन गई जिसमें क्रू मेंबर्स महिलाएं थीं। आपको बता दें कि यह एक छोटी घरेलू उड़ान थी जो महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी। यह सऊदी अरब की फ्लाईअडील एयरलाइंस की बजट फ्लाइट थी। सऊदी विमानन के इतिहास में पहली बार, महिलाओं के एक दल ने विमान को सफलतापूर्वक उड़ाया।
ए-320 विमान की उड़ान संख्या 117 ने रियाद से उड़ान भरी और जेद्दा की यात्रा की। एयरलाइन के प्रवक्ता इमाद इस्कंदरानी ने कहा कि सात सदस्यीय चालक दल में सभी महिलाएं थीं और अधिकांश सऊदी नागरिक थे। इनमें से यारा जान सऊदी अरब की सबसे कम उम्र की महिला पायलट हैं।
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में सऊदी अरब ने धीरे-धीरे अपनी महिलाओं को आजादी देना शुरू कर दिया है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक साल 2020 के अंत तक सरकारी कर्मचारियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़कर 33 फीसदी हो गई है।
इससे पहले, सऊदी अरब के शासक क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने महिलाओं के ड्राइविंग पर दशकों से चले आ रहे प्रतिबंध को हटाने और तथाकथित ‘सुरक्षा’ नियमों को आसान बनाने सहित कई सुधार पेश किए थे।
सऊदी अधिकारी विमानन क्षेत्र का तेजी से विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं जो राज्य को वैश्विक यात्रा केंद्र में बदल देगा। अधिकारियों के अनुसार, सऊदी का लक्ष्य 2030 के अंत तक वार्षिक यातायात को तिगुना करना है। वहीं, इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सऊदी 2030 तक 100 अरब डॉलर का निवेश करेगा, जिसमें एक नया ‘मेगा एयरपोर्ट’ शामिल होगा, रियाद में एक नया ‘मेगा एयरपोर्ट’ बनेगा।
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