नई दिल्ली: भारत के पड़ोसी देश नेपाल के अछाम जिले के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को भूस्खलन हुआ. इस भूस्खलन में कम से कम 17 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है और वहीं 10 लोग लापता हैं. बता दें, नेपाल में लगातार बारिश के कारण बिजली-सड़क बाधित होने से जनजीवन प्रभावित हो […]
नई दिल्ली: भारत के पड़ोसी देश नेपाल के अछाम जिले के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को भूस्खलन हुआ. इस भूस्खलन में कम से कम 17 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है और वहीं 10 लोग लापता हैं. बता दें, नेपाल में लगातार बारिश के कारण बिजली-सड़क बाधित होने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. जिस कारण यह भूस्खलन हुआ. इस दौरान 10 लोगों को बचाया भी गया है.
गृह मंत्री बाल कृष्ण खंड ने आपदा के मद्देनजर खोज और बचाव कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर तैनात करने के आदेश दे दिए हैं. बता दें, नेपाल लगातार भारी बारिश का सामना कर रहा है जिसके परिणामस्वरूप बाढ़ और भूस्खलन हुआ है. बीते शनिवार को भी नेपाल के दारचुला जिले के बंगबगड़ इलाके में बाढ़ और भूस्खलन की घटना सामने आई थी जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी और 11 लोग लापता थे. दरअसल नेपाल में लगातार बारिश के कारण लस्कू और महाकाली नदियों में बाढ़ आ गई है. जिस कारण कई घर और दो पुलों बाढ़ में बह गए हैं. हर वर्ष नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन आपदाओं के कारण कई हताहत की घटना सामने आती है. फिलहाल भूस्खलन के बाद कई लोग मलबे में दबे हुए हैं.
भूस्खलन के बाद अछाम के विभिन्न स्थानों पर स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीम राहत बचाव कार्य में लगी हुई हैं. दूसरी ओर पूर्वी कैलाली में भी बीते शुक्रवार से लगातार हो रही है. भारी बारिश एक कारण करीब 600 घर पानी में डूब गए हैं. पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कांद्रा और पथरिया नदियों में बाढ़ आने और बस्ती में पानी घुसने से 500 से अधिक घर जलमग्न हो चुके हैं. पुलिस की मानें तो इस समय सोनाफंटा टोल, दलाईखी टोल, भारतन टोल, जनकपुर टोल और छछरहावा टोल बाढ़ का सामना कर रहे हैं. कांद्रा नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण मिलनपुर टोल, लालबोझी और पुलियापुर टोल के 250 घर जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगातार राहत बचाव कार्य जारी है.
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