जासूसी विवाद को लेकर पश्चिमी देशों द्वारा बड़े पैमाने पर रूसी राजनयिकों को निष्कासित किये जाने के बाद रूस बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है. रुस ने अमेरिका सहित पश्चिमी देशों के 150 राजनयिकों को निष्काषित करने का फैसला किया है.
मॉस्को.जासूसी विवाद को लेकर यूरोप और अमेरिका के साथ रूस का संघर्ष तेज हो गया है. रसियन प्रेसिडेंट के स्पोक्सपर्सन क्रेमलिन ने गुरुवार को घोषणा की है कि रुस पश्चिमी देशों के 150 राजनयिकों को निष्काषित करेगा. इसके साथ ही सेंट पीटरबर्ग स्थित संयुक्त राज्य अमेरिका के दूतावास को बंद कर देगा. अमेरिका द्वारा रूसी राजनयिकों पर की गई कार्रवाई के जवाब में रूस सरकार यह कदम उठा रही है. रूस के विदेश मंत्रालय ने यूएसए के एंबेस्डर जॉन. एम. हंट्समैन को सम्मन जारी किया था. इसके साथ ही विदेश मंत्री सेर्जी वी. लावरोव ने 60 अमेरिकी डिप्लोमेट्स को रूस से निष्काषित किया था. रूस ने उतने ही डिप्लोमेट निष्काषित किए थे जितने अमेरिका ने उसके किए थे.
बता दें कि अमेरिका ने रूस के 60 राजनयिकों को अपने देश से निकाल दिया था और सिएटल स्थित रूसी दूतावास को बंद करने का आदेश दिया था. इस मामले पर रूस के बातचीत करने को तैयार होने की भी खबरें आ रही थीं लेकिन कोई रेस्पॉन्स ना मिलने के चलते अब उसने जवाबी कार्रवाई का मन बना लिया है. रूस पर आरोप है कि ब्रिटेन में पूर्व जासूस को जहर देने के मामले में रूस का भी हाथ है.
अमेरिका के सीनियर अधिकारी ने कहा था कि सभी 60 रशियन अमेरिका में डिप्लोमैटिक कवर के तहत जासूसी कर रहे थे. इनमें करीब एक दर्जन यूनाइटेड नेशन में रूस के मिशन पर तैनात थे. अमेरिका के अलावा पोलैंड, जर्मनी और लिथुआनिया ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का फैसला किया है. इसपर प्रतिवार करते हुए रूस ने इन देशों के राजनयिकों को भी निष्काषित करने का फैसला किया है.
Russia to expel 60 US diplomats, close a US consulate, reports AFP quoting says Foreign Minister Sergey Lavrov.
— ANI (@ANI) March 29, 2018
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