नई दिल्ली: 7.4 की तीव्रता से आए भूकंप ने जापान में सभी को हिला कर रख दिया है, क्या आपको जानकारी है कि सबसे तेज तीव्रता का भूकंप इतिहास में कहां दर्ज किया गया था। दरअसल, वाल्दीविया 1960 में आया भूकंप लगभग 10 मिनट तक महसूस किया गया था। यह इतना खौफनाक था कि, इसके […]
नई दिल्ली: 7.4 की तीव्रता से आए भूकंप ने जापान में सभी को हिला कर रख दिया है, क्या आपको जानकारी है कि सबसे तेज तीव्रता का भूकंप इतिहास में कहां दर्ज किया गया था। दरअसल, वाल्दीविया 1960 में आया भूकंप लगभग 10 मिनट तक महसूस किया गया था। यह इतना खौफनाक था कि, इसके बाद वहां सुनामी की बहुत ऊंची लहरें उठीं। जिससे समुद्री इलाके दूर-दूर तक प्रभावित हुए थे। 9.5 की तीव्रता का यह इतिहास में अबतक का सबसे तेज भूकंप था।
1960 में वाल्दीविया चिली का समुद्री तटीय इलाका अब भी भूकंप को याद कर दहल उठता है। दरअसल, 9.5 की तीव्रता का भूकंप 22 मई 1960 को वाल्दीविया में आया था। लेकिन कुछ सेकंड के भूकंप तबाही मचा देते हैं, इस शहर में ये भूकंप 10 मिनट तक उथल-पुथल मचा रहा था। जिसके बाद एक बहुत ही खतरनाक सुनामी आई थी,जो कि कई देशों में फैल गई।
भूकंप से शहर तहस-नहस हो गया था। क्योंकि आबादी ज्यादा नहीं थी इस शहर की, जिस कारण भूकंप से मरने वालों की संख्या ज्यादा नहीं थी। इस तीव्रता से भूकंप आने का अंदाजा नहीं किसी को भी नहीं था।
बता दें कि कुल सात प्लेट्स धरती के अंदर हैं। जिनका कार्य हमेशा चलता रहता है। जहां ये प्लेट्स टकराती हैं, उन्हें ही फाल्ट जोन कहा जाता है। जब यह प्लेट्स परस्पर होती हैं, तब ऊर्जा बाहर निकलने की कोशिश करती है। इस वजह से जो हलचल पैदा होती है वही भूकंप बन जाती है। सतह से जितना नजदीक भूकंप का केंद्र होता है, उतनी ही बड़ी तबाही होती है।