नई दिल्ली, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक गुरुद्वारे के अंदर इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी है, जिसमें एक सुरक्षाकर्मी की मौत भी हो गई है, वहीं भारी संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इसके अलावा 7 से 8 लोग अब भी गुरुद्वारे […]
नई दिल्ली, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक गुरुद्वारे के अंदर इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी है, जिसमें एक सुरक्षाकर्मी की मौत भी हो गई है, वहीं भारी संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इसके अलावा 7 से 8 लोग अब भी गुरुद्वारे में फंसे हुए हैं. यह गोलीबारी काबुल के कार्त-ए-परवान गुरुद्वारे में हुई हैं, फिलहाल, सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और फंसे हुए आतंकियों से मुठभेड़ जारी है.
भाजपा से निलंबित नेता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के बाद इस तरह के हमले की चेतावनी दी गई थी. आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़े इस्लामिक स्टेट्स खुरासान प्रांत की मीडिया विंग ने एक वीडियो जारी कर हमले की धमकी दी गई थी, वीडियो में कहा गया था कि 2020 के गुरुद्वारा हमले को दोहराया जाएगा.
अगस्त 2021 में तालिबान की ओर से काबुल पर नियंत्रण करने के बाद से सिख समुदाय पर लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं. भारत ने कार्त-ए-परवान सिखों को निकालने के लिए समर्थन की पेशकश की थी और वर्तमान में स्थिति पर बारीकी से निगरानी रखी जा रही है. गौरतलब है, मार्च 2020 में काबुल के शॉर्ट बाजार इलाके में श्री गुरु हर राय साहिब गुरुद्वारे में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के घातक हमले में 27 सिख मारे गए थे, जबकि कई घायल हो गए थे.
समुदाय के नेताओं का अनुमान है कि तालिबान शासित देश में सिर्फ 140 सिख रह गए हैं, जिनमें से ज्यादातर पूर्वी शहर जलालाबाद और राजधानी काबुल में हैं, इसी कड़ी में काबुल में आतंकी हमले किए जा रहे हैं. बीते तीन-चार महीने में काबुल में कई धमाके हुए हैं, जिसके पीछे आतंकी संगठनों का हाथ था.
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