JeM Chief Masood Azhar in Pakistan: आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस बात को स्वीकार किया है. कुरैशी का कहना है कि मसूद अजहर काफी बीमार है. बता दें कि मसूद अजहर पर भारत में पुलवामा सहित कई अन्य स्थानों पर आतंकी हमले करने का आरोप है. भारत दुनिया के अन्य देशों के साथ मिल कर उसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादियों की लिस्ट में डालने की मुहिम चला रहा है.
इस्लामाबाद, पाकिस्तान. JeM Chief Masood Azhar in Pakistan: पुलवामा सहित भारत में हुए कई आतंकी हमलों का दोषी जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के पाकिस्तान में होने की बात भारत की ओर से काफी पहले से की जा रही है. लेकिन पाकिस्तान ने कई बार इस दावे का खंडन किया है. हालांकि अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस बात को स्वीकार लिया है कि जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में है. शाह महमूद कुरैशी ने एक टेलीविजन समाचार चैनल को बताया कि मसूद अजहर पाकिस्तान में है. कुरैशी ने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार मसूद अजहर बीमार है. वह इतना बीमार है कि अपने घर से भी निकल भी नहीं सकता.
पाक विदेश मंत्री कुरैशी के इस बयान के बाद भारत का दावा और पुख्ता हो गया है. बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. जिसका सबूत भारत सरकार ने पाकिस्तान को सौप दिया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को कारवाई करने का भरोसा दिया है. अब उम्मीद की जा रही है कि पाकिस्तान मसूद अजहर के खिलाफ कोई सख्त कारवाई करें. इस बात के संकेत विदेश मंत्री कुरैशी ने अपने इंटरव्यू में भी दी.
टेलीविजन इंटरव्यू में जब एंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से पूछा कि क्या पाक सरकार मसूद अजहर को गिरफ्तार करेगी? तो कुरैशी ने जवाब दिया कि यदि भारत के पास सबूत है तो वह साझा करें ताकि पाकिस्तान की न्यायपालिका को भरोसा दिलाया जाए. बताया जा रहा है कि कुरैशी का यह इंटरव्यू पुलवामा हमले पर भारत के डॉजियर सौंपने से पहले का है. अब भारत का डॉजियर पाकिस्तान को मिल चुका है. जिसकी पुष्टि पाक पीएम इमरान खान ने संसद में की है.
उल्लेखनीय है कि मसूद अजहर पर भारत में पुलवामा सहित कई अन्य स्थानों पर आतंकी हमले करने का आरोप है. एक समय वह भारत की गिरफ्त में आ भी गया था. लेकिन कंधार हाइजैक केस में उसे रिहा करना पड़ा था. लंबे समय से भारत दुनिया के अन्य देशों के साथ मिल कर उसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादियों की लिस्ट में डालने की मुहिम चला रहा है. जिसे अबतक चीन रोक रहा था. लेकिन अब सारी परिस्थितियां भारत के पक्ष में दिख रही है.