तकनीकी खामी वाली 24 लाख कारों को टोयोटा ने वापस बुलाया है. इनमें से 10 लाख कारें सिर्फ जापान की सड़कों पर दौड़ रही हैं. जबकि बाकी यूरोप, अमेरिका और चीन में हैं. टोयोटा का कहना है कि ज्यादा स्पीड में इन कारों के क्रैश होने का खतरा है.
तोक्यो: जापान की अॉटोमोबाइल कंपनी टोयोटा ने शुक्रवार को कहा कि वह 24 लाख हाइब्रिड कारों को वापस बुलाएगी. कंपनी का कहना है कि इन कारों में एक खराबी है, जिससे एक्सीडेंट हो सकता है. आग लगने की गड़बड़ी का पता चलने के बाद कंपनी ने सितंबर में 10 लाख कारों को वापस लिया था. इस कदम से कंपनी के कई मॉडल्स जैसे टोयोजा प्रियूस और अॉरिस हाइब्रिड कारों पर असर पड़ेगा.
इनका निर्माण अक्टूबर 2018 से लेकर नवंबर 2014 के बीच हुआ है. कंपनी की करीब 10 लाख खराब कारें सिर्फ जापान में हैं. अन्य 8,30,000 नॉर्थ अमेरिका, 290,000 यूरोप, 3000 चीन और बाकी दुनिया के अन्य देशों में हैं. बयान में टोयोटा ने कहा, जिन कारों को वापस बुलाया जा रहा है, उन्हें साल 2014 और 2015 में भी रीकॉल किया गया था. लेकिन तब जो समाधान किया गया था, उसमें मौजूदा समस्या को लेकर कुछ भी पता नहीं चल पाया था.
क्या है कारों में परेशानी: टोयोटा के मुताबिक इस समस्या के दौरान वाहन पावर और स्टाल पर नियंत्रण खो सकता है. पावर स्टीयरिंग और ब्रेक काम करेंगे, लेकिन तेज स्पीड पर गाड़ी चलाते वक्त उसमें क्रैश होने का खतरा बढ़ सकता है. जापान की ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री ने कहा कि टोयोटा ने तीन खामियों के बारे में बताया है, लेकिन कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ. गौरतलब है कि टोयोटा ने साल 1997 से अब तक दुनियाभर में 1 करोड़ से ज्यादा हाइब्रिड गैसोलीन-इलेक्ट्रिक कारें बेची हैं, जिसमें प्रियूस भी शामिल है. 2016 में कंपनी ने 3.27 मिलियन कारों को वापस बुलाया था. इन कारों में एयरबैग्स और फ्यूल एमीशन कंट्रोल यूनिट में समस्या आ रही थी.
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