जापान उच्च सदन चुनाव: नई दिल्ली। जापान की सियासत में आज का दिन ऐतिहासिक है। सत्ताधारी पार्टी एलडीएफ ने उच्च सदन के चुनाव में भारी बहुमत से जीत दर्ज की है। जापानी मीडिया की मानें तो इस चुनाव में एलडीएफ पार्टी को पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या से मिली सहानुभूति ने भी खूब फायदा […]
नई दिल्ली। जापान की सियासत में आज का दिन ऐतिहासिक है। सत्ताधारी पार्टी एलडीएफ ने उच्च सदन के चुनाव में भारी बहुमत से जीत दर्ज की है। जापानी मीडिया की मानें तो इस चुनाव में एलडीएफ पार्टी को पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या से मिली सहानुभूति ने भी खूब फायदा पहुंचाया है।
एलडीएफ और उसकी सहयोगियों को जापान के 248 सदस्यीय उच्च सदन में 146 सीट हासिल हुई है, जो बहुमत के आंकड़े से काफी ज्यादा हैं। इस जीत के साथ ही अब स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा वर्ष 2025 तक अपने पद पर बने रहेंगे।
जापान की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) में पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का काफी प्रभाव था। वे इसी पार्टी के नेता के तौर पर दो बार जापान के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल चुके थे। दोनों ही बार उन्होंने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री के पद को छोड़ दिया था। दूसरी बार उन्होंने साल 2020 में प्रधानमंत्री का पद छोड़ा था। जिसके बाद भी वो संसद सदस्य और एलडीपी में प्रभावशाली नेता बने रहे।
बता दें कि 8 जुलाई को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या कर दी गई। उन पर नारा शहर में हमला हुआ था। जिसमें आबे बुरी तरह घायल हो गए थे। जापानी मीडिया के अनुसार अस्पताल में इलाज के दौरान आबे की मौत हुई। आबे नारा में करीब 100 लोगों की एक छोटी सी सभा को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान पीछे से एक हमलावर ने गोली चलाई। जिसके बाद वो नीचे गिर गए थे।
गौरतलब है कि पूर्व पीएम शिंजो आबे के निधन से फिलहाल जापान में शोक की लहर है। इस बीच आज जापान के संसद के ऊपरी सदन के लिए चुनाव जारी हैं। जानकारी के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का पार्थिव शरीर को ले जाने वाला एक काफिला 9 जुलाई को जापानी राजधानी में उनके घर पहुंचा था।
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