नई दिल्ली : इजराइल और ईरान के बीच घमासान युद्ध शुरू हो गया है। मंगलवार रात ईरान द्वारा इजराइल पर मिसाइल दागे जाने के बाद तनाव बढ़ गया है। इजराइल और ईरान के बीच बढ़े इस तनाव का सबसे ज्यादा असर मध्य पूर्व(Middle East) के देशों में तनाव देखने को मिल रहा है, जहां हालात […]
नई दिल्ली : इजराइल और ईरान के बीच घमासान युद्ध शुरू हो गया है। मंगलवार रात ईरान द्वारा इजराइल पर मिसाइल दागे जाने के बाद तनाव बढ़ गया है। इजराइल और ईरान के बीच बढ़े इस तनाव का सबसे ज्यादा असर मध्य पूर्व(Middle East) के देशों में तनाव देखने को मिल रहा है, जहां हालात गंभीर बने हुए हैं। वहीं अमेरिका ने भी ईरान को चेतावनी दी है कि वह इजराइल के साथ है। पिछले दिनों ईरान ने इजराइल पर करीब 180 मिसाइलें दागी, जिनमें से कई ईरान के इलाकों में गिरी और कुछ इजराइली शहरों पर गिरीं। वहीं कुछ को हवा में ही मार गिराया गया, जिसमें सबसे बड़ी भूमिका आयरन डोम ने निभाई, जिसे इजराइल का रक्षा कवच कहा जाता है।
आयरन डोम इजराइल का वो ‘साथी’ है, जो हवा में ही मिसाइलों को मार गिराता है। इसके काम करने के तरीके की बात करें तो आयरन डोम पहले हवा में ही दुश्मन की पहचान करता है, फिर रॉकेट की ट्रैजेक्टरी देखता है और मिसाइल लॉन्च करने का कमांड देता है। जिससे इजराइल की तरफ आने वाली ज्यादातर मिसाइलें हवा में ही नष्ट हो जाती हैं। इजराइल का रक्षा कवच कहे जाने वाले आयरन डोम की कुल लागत ईरान के रक्षा बजट से करीब 3 गुना ज्यादा है।
अगर इजराइल के आयरन डोम की लागत की बात करें तो यह ईरान के रक्षा बजट से तीन गुना से भी ज्यादा है। वर्ल्ड ऑफ स्टैटिस्टिक्स द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक ईरान का रक्षा बजट 9.95 बिलियन डॉलर (करीब 83,000 करोड़ रुपये) है। वहीं, रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइल का रक्षा कवच कहे जाने वाले आयरन डोम की लागत करीब 3 लाख करोड़ रुपये है। इस तरह ईरान देश की रक्षा पर जितना खर्च कर रहा है, उससे तीन गुना से भी ज्यादा कीमत का हथियार है।
इजराइल के राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम द्वारा विकसित आयरन डोम, आने वाले रॉकेट और मोर्टार की रेंज का पता लगाने के लिए रडार, एडवांस ट्रैकिंग तकनीक और एंटी मिसाइल बैटरी का इस्तेमाल करता है। इसे 2006 में लेबनान में युद्ध के दौरान हिजबुल्लाह द्वारा किए गए रॉकेट हमलों का जवाब देने के लिए डिज़ाइन किया गया था और आज यह इज़राइल का मुख्य हथियार बन गया है।
इज़राइल के आयरन डोम की इंटरसेप्शन रेंज की बात करें तो यह 2.5 मील से लेकर 43 मील तक है। 2021 में नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट में साझा की गई जानकारी के अनुसार, एक इंटरसेप्टर मिसाइल की कीमत करीब 40,000-50,000 डॉलर है। यानी, इज़राइल ने अपने सुरक्षा कवच को तैयार करने में जितनी बड़ी रकम खर्च की, उसके दुश्मन देशों का रक्षा बजट इससे भी कम है।
इज़राइल उन देशों में से एक है जो अपनी रक्षा के लिए बहुत ज़्यादा पैसे खर्च करता है। यह उन्नत तकनीकों और हथियारों के मामले में भी शीर्ष देशों में से एक है। रक्षा बजट की बात करें तो ईरान का कुल रक्षा बजट जहां 9.95 बिलियन डॉलर है, वहीं इज़राइल का रक्षा बजट (इज़राइल रक्षा बजट) 24.4 बिलियन डॉलर है।
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