नई दिल्ली: इजराइल के सुरक्षा बलों से चारों तरफ से घिरी गाजा पट्टी पर जमीनी हमलों की आशंका के बीच बीते गुरुवार को दक्षिण इजराइल में सीमा के पास सैकड़ों इजराइली टैंक तैनात कर दिए गए हैं. ये देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों और सियासी नेतृत्व की तरफ से केवल अंतिम निर्देशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं. सीमा पर सेना की इतनी भारी संख्या को देख कर स्पष्ट प्रतीत होता है कि गाजा में आतंकी संगठन हमास के ठिकानों पर कभी भी जमीनी हमला शुरू हो सकता है.
हमास और इजराइल युद्ध के 13 वें दिन इजराइल की सेना ने वेस्ट बैंक के भीतर घुसकर 2 किशोरों सहित 3 फिलिस्तीनियों को मार गिराया. जबकि लेबनान की तरफ से किये गए रॉकेट हमलों के बाद इजराइली रक्षा बलों ने भी हमले शुरू कर दिए हैं. एक तरफ वेस्ट बैंक में इजराइल की सेना ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए तुलकार्म शहर में 16 साल के किशोर को मार गिराया. वहीं दूसरी तरफ बेथलेहम में एक शरणार्थी शिविर में सिर में गोली लगने से एक 14 साल के लड़के की मौत हो गई.
इजराइली सुरक्षा बल (आईडीएफ) ने बीते (गुरुवार) को अपने ऊपर लगाए गए आरोप को अस्वीकार करने के साथ ही इस हमले के लिए हमास के इस्लामिक जिहाद को जिम्मेदार ठहराया. साथ ही हमास के उस दावे पर भी सवाल खड़े कर दिए, जिसमें कहा जा रहा है कि अस्पताल में हुए ब्लास्ट में कई लोग मारे गए थे. आईडीएफ ने अपने दावों के समर्थन में एक वीडियो जारी किया है. जिनमें से एक वीडियो में धमाका होने से पहले और बाद में अस्पताल के आसपास के क्षेत्र को दिखाया गया है. इसको लेकर आईडीएफ के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने एक कॉन्फ्रेंस में कहा कि शुरूआती जांच से पता चलता है कि रॉकेट अस्पताल के पार्किंग में फटा था. साथ ही उसको देखने से ऐसा लगता है कि घटना में किसी की मौत नहीं हुई है.