नई दिल्ली: 17 सितंबर को लेबनान में हुए पेजर धमाकों ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया. हिजबुल्लाह ने इसके पीछे इजरायल की साजिस होने का दावा किया है. इस बीच कई मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा किया है कि इस पेजर धमाकों के लिे इजरायल ने करीब 15 साल तक प्लानिंग की थी. उसने साल […]
नई दिल्ली: 17 सितंबर को लेबनान में हुए पेजर धमाकों ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया. हिजबुल्लाह ने इसके पीछे इजरायल की साजिस होने का दावा किया है. इस बीच कई मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा किया है कि इस पेजर धमाकों के लिे इजरायल ने करीब 15 साल तक प्लानिंग की थी. उसने साल 2010 से ही इन धमाकों की प्लानिंग करना शुरू कर दिया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल की खुफिया एजेंसी ने एक फेक कंपनी बनाई. उसके रिकॉर्ड में बताया गया कि वह लंबे वक्त से पेजर को मैन्युफैक्चर कर रही है. इस कंपनी में कई ऐसे लोगों को रखा गया, जिन्हें निशन की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी. इसके बाद पेजर्स में 20 से 25 ग्राम तक विस्फोटक लगाए गए. फिर उसे एक रिमोट से जोड़ा गया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक पेजर्स के अंदर जो विस्फोटक पदार्थ था, उसका पता लगाना बहुत ही मुश्किल है. वो किसी भी डिवाइस या स्कैनर से भी नहीं ढूंढा जा सकता है. बता दें मंगलवार को इन पेजर्स पर इजरायल से एक मैसेज आया था, जिसके बाद विस्फोटक एक्टिवेट हो गए.
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