नई दिल्ली। छह सप्ताह तक चले संघर्ष के बाद इजरायल और हमास मानवीय संघर्ष विराम का पालन करने के समझौते पर पहुंचे हैं। इसके कुछ घंटों बाद इजरायल ने हमास द्वारा बंदी बनाए गए 50 बंधकों की रिहाई के बदले में रिहाई करने के लिए फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों की एक लिस्ट जारी की है। […]
नई दिल्ली। छह सप्ताह तक चले संघर्ष के बाद इजरायल और हमास मानवीय संघर्ष विराम का पालन करने के समझौते पर पहुंचे हैं। इसके कुछ घंटों बाद इजरायल ने हमास द्वारा बंदी बनाए गए 50 बंधकों की रिहाई के बदले में रिहाई करने के लिए फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों की एक लिस्ट जारी की है।
हमास के लड़ाकों द्वारा अचानक 7 अक्टूबर को इजरायली सीमा क्षेत्रों पर सप्ताहांत में किए गए हमले से शुरू हुए संघर्ष को अब लगभग डेढ़ महीना पूरा हो गया है। दशकों में संघर्ष की सबसे घातक वृद्धि में यहां बड़े पैमाने पर रॉकेट हमले और बहु-मोर्चा हमले देखे गए, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की जान चली गई और कई लोगों के लापता और घायल होने की खबरें आई हैं, जिसके बाद अब ‘मानवीय संघर्ष विराम’ पर एक समझौता हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है, जिसमें गाजा में चल रहे जंग में तुरंत एक मानवीय रोक और गलियारा बनाए जाने की बात की गई है। गाजा में एक महीने से अधिक समय से चल रहे इजरायल-हमास जंग के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस तरह का पहला प्रस्ताव है। 15 सदस्यीय परिषद में यह प्रस्ताव 12-0 से पास हुआ। बता दें कि तीन सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन और रूस वोटिंग से अनुपस्थित रहे।