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इजरायल-लेबनान हमले के बीच यूक्रेन ने रूस को पीला दिया पानी, गोला-बारूद से मचा दी तबाही

नई दिल्ली: इजराइल-लेबनान युद्ध के बीच यूक्रेन ने रूस में भारी तबाही मचाई. यूक्रेन ने पूरी रात ड्रोन से रूस पर कहर बरपाया. उसके अड्डे पूरी तरह नष्ट हो गये. यूक्रेन ने यह हमला रूस के पश्चिमी इलाके टवेर में किया है. यूक्रेनी ड्रोन ने टोरोपेट्स शहर में रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित एक डिपो […]

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इजरायल-लेबनान हमले के बीच यूक्रेन ने रूस को पीला दिया पानी, गोला-बारूद से मचा दी तबाही
  • September 19, 2024 10:28 am Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: इजराइल-लेबनान युद्ध के बीच यूक्रेन ने रूस में भारी तबाही मचाई. यूक्रेन ने पूरी रात ड्रोन से रूस पर कहर बरपाया. उसके अड्डे पूरी तरह नष्ट हो गये. यूक्रेन ने यह हमला रूस के पश्चिमी इलाके टवेर में किया है. यूक्रेनी ड्रोन ने टोरोपेट्स शहर में रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित एक डिपो को निशाना बनाया है, जहां भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और बम रखे गए थे.

 

भीषण आग लग गई

 

वहीं रिपोर्ट के मुताबिक ड्रोन हमले के बाद इस डिपो में भीषण आग लग गई. इस डिपो में इस्कंदर मिसाइल प्रणाली, तोचका-यू मिसाइल प्रणाली, निर्देशित हवाई बम, तोपखाने और गोला-बारूद का भंडार था। रूसी राज्य समाचार एजेंसी TASS ने बताया कि टोरोपेट्स शहर पर रात भर ड्रोन से हमला किया गया। मलबा गिरने से डिपो में भीषण आग लग गई.

 

 

वीडियो वायरल

 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में डिपो परिसर में जोरदार विस्फोट और कई इमारतों में आग लगती दिख रही है। इसके बाद आसपास की इमारतों को तुरंत खाली करा लिया गया। यूक्रेन में हुए इस ड्रोन हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. लोगों को वहां से कहीं और शिफ्ट कर दिया गया है. ड्रोन हमले के बाद आपातकालीन सेवाएं तुरंत सक्रिय हो गईं और मोर्चा संभाल लिया.

 

युद्ध चल रहा है

 

रूसी शहर टोरोपेट्स यूक्रेनी सीमा से लगभग 300 मील और मॉस्को से लगभग 250 मील पश्चिम में स्थित है. बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच करीब ढाई साल से युद्ध चल रहा है. इस युद्ध में न तो पुतिन जीते हैं और न ही ज़ेलेंस्की हारे हैं, फिर भी यह जारी है। यह कब ख़त्म होगा इसकी कोई निश्चित तारीख़ नहीं है.

 

नुकसान हुआ है

 

इतने लंबे समय से चल रहे इस युद्ध में दोनों देशों को भारी नुकसान हुआ है. यह युद्ध 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ था. तब से अब तक दोनों देशों के लाखों सैनिक मारे जा चुके हैं. करोड़ों लोगों ने अपना घर छोड़ दिया.

 

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