नई दिल्ली। हमास-इजरायल के युद्ध को 19 दिन हो चुके है और अब तक इस जंग में कई देशों की एंट्री हो चुकी है। अमेरिका और ब्रिटेन एक तरफ इजरायल का खुले तौर पर समर्थन कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, वहीं ईरान और तुर्की […]
नई दिल्ली। हमास-इजरायल के युद्ध को 19 दिन हो चुके है और अब तक इस जंग में कई देशों की एंट्री हो चुकी है। अमेरिका और ब्रिटेन एक तरफ इजरायल का खुले तौर पर समर्थन कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, वहीं ईरान और तुर्की हमास के पक्ष में खड़े हैं। तुर्की ने हमास को आतंकी संगठन ना कह कर एक मुक्त समूह बताया है जो अपने जमीन की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहा है।
भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि मुझे लगता है कि अब वक्त आ गया है कि भारत में भी हमास को आधिकारिक तौर पर एक आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया जाए। नाओर गिलोन ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि अधिकांश लोकतंत्र, यूरोपीय संघ, कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ऐसा पहले ही कर चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि यह सही निर्णय भी है। गिलोन ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को हमास पर दबाव डालना चाहिए कि वह जंग के दौरान बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करे।
इजराइल के राजदूत ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी स्पष्ट बयान देने वाले दुनिया के पहले नेताओं में से एक हैं। पीएम मोदी ने आतंकवाद की कड़ी निंदा करने के लिए मजबूती से आवाज उठाई । उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए महत्वपूर्ण और सराहनाभरा कदम है। उन्होंने आगे कहा कि भारत हमारा बहुत करीबी सहयोगी है। उन्होंने कहा कि भारत दुनियाभर में अहम स्थान रखता है और जब आतंक की बात आती है, तो भारत इसका दर्द समझ सकता है। क्योंकि भारत खुद कई साल से आतंक का दंश झेल रहा है।