इजरायल और ईरान के बीच तनाव लंबे समय से चला आ रहा है, और हाल ही में हुई मिसाइल स्ट्राइक ने इसे और भी बढ़ा दिया है। हालांकि, इजरायल के पास
नई दिल्ली: इजरायल और ईरान के बीच तनाव लंबे समय से चला आ रहा है, और हाल ही में हुई मिसाइल स्ट्राइक ने इसे और भी बढ़ा दिया है। हालांकि, इजरायल के पास ईरान की परमाणु साइटों पर हमला करने का मौका है, लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ऐसा नहीं करेगा। इसके बजाय, उसने ईरान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का फैसला किया है।
इजरायल ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि परमाणु ठिकानों पर हमला करने से क्षेत्रीय युद्ध छिड़ने का खतरा है, जिसमें अमेरिका और पश्चिमी देश भी शामिल हो सकते हैं। इजरायल को लगता है कि ऐसे हमलों से ईरान अपने परमाणु हथियार निर्माण को और तेज़ी से बढ़ा सकता है। इसलिए फिलहाल इजरायल इस मसले पर संयम बरत रहा है और बड़े युद्ध से बचने की कोशिश कर रहा है।
हाल ही में ईरान में आए भूकंप के बाद यह अफवाहें फैलीं कि शायद ईरान ने न्यूक्लियर टेस्ट किया हो। हालांकि, अब तक किसी विशेषज्ञ ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। फिर भी संदेह बना हुआ है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है। इजरायल की मुख्य चिंता यह है कि वह अपनी उत्तरी सीमा पर लेबनान के हिज्बुल्लाह और हमास जैसे समूहों पर ध्यान देना चाहता है, न कि ईरान के साथ किसी बड़े युद्ध में उलझना।
JUST IN: 🇮🇷
💥“Earthquake” in Iran fits the profile of a nuclear test explosion. pic.twitter.com/IfkjD2dweN
— Radar🚨 (@RadarHits) October 7, 2024
अमेरिका भी लगातार इजरायल को सलाह दे रहा है कि वह ईरान की परमाणु साइटों पर हमला करने से बचे, क्योंकि इससे पूरे क्षेत्र में अस्थिरता और बढ़ सकती है। इजरायल इस समय अपनी सुरक्षा रणनीति को लेकर सतर्क है और ईरान के खिलाफ कोई बड़ा कदम तभी उठाएगा जब स्थिति बेहद गंभीर हो जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इजरायल फिलहाल हमास और हिज्बुल्लाह पर ध्यान केंद्रित करेगा और अपनी स्थिति मजबूत करेगा। ईरान के खिलाफ कार्रवाई तभी की जाएगी जब हालात ज्यादा बिगड़ जाएंगे।
ये भी पढ़ें: इजरायल में कयामत, लाशों की लगी ढ़ेर, गोले- बारुद की बारिश, वीडियो देखकर कांप गई रुह
ये भी पढ़ें: इस देश में दिखाए जाते है रेप पीड़िता के कपड़े !