नई दिल्ली। इजराइल ने 23 सितंबर यानी सोमवार को लेबनान पर भीषण एयरस्ट्राइक किया। इस हवाई हमले में 300 से ज्यादा मिसाइल दागी गई। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक हमले में अब तक 492 लोगों की जान चली गई है। मृतकों में 58 महिलाएं और 35 बच्चे शामिल हैं। वहीं 1,645 लोग घायल बताए […]
नई दिल्ली। इजराइल ने 23 सितंबर यानी सोमवार को लेबनान पर भीषण एयरस्ट्राइक किया। इस हवाई हमले में 300 से ज्यादा मिसाइल दागी गई। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक हमले में अब तक 492 लोगों की जान चली गई है। मृतकों में 58 महिलाएं और 35 बच्चे शामिल हैं। वहीं 1,645 लोग घायल बताए जा रहे। इजरायली हमले में हिज्बुल्लाह के वरिष्ठ कमांडर अली कराकी के भी मारे जाने की खबर है हालांकि इसकी अभी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है।
इधर हिज्बुल्लाह पर भीषण हमले के बाद इजरायल ने अपने देश में इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। 30 सितंबर तक पूरे देश में ‘स्पेशल होम फ्रंट सिचुएशन’का ऐलान किया गया है। इसका ऐलान ऐसी स्थिति में किया जाता है जब नागरिक आबादी पर हमले की संभावना अधिक हो।
वहीं लेबनान में लोगों को अपने घरों और इमारतों को तत्काल छोड़ने की चेतावनी जारी की गई है। लेबनानी अधिकारी के मुताबिक इजरायल ने 80 हजार से अधिक संदिग्ध कॉल के जरिए लोगों को घर खाली करने के लिए कहा है। टेलीकॉम कंपनी ओगेरो के हेड इमाद क्रेडीह ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि अराजकता पैदा करने के लिए यह एक मनोवैज्ञानिक जंग है।