नई दिल्ली। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने भारत में मुसलमानों की स्थिति पर चिंता जताते हुए आलोचना की है। खामेनेई ने भारत को उन देशों की लिस्ट में शामिल किया है, जहां पर मुस्लिम अधिकारों का उल्लंघन किया जाता है। खामेनेई का कहना है कि हिंदुस्तान में मुसलमानों का उत्पीड़न किया जाता […]
नई दिल्ली। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने भारत में मुसलमानों की स्थिति पर चिंता जताते हुए आलोचना की है। खामेनेई ने भारत को उन देशों की लिस्ट में शामिल किया है, जहां पर मुस्लिम अधिकारों का उल्लंघन किया जाता है। खामेनेई का कहना है कि हिंदुस्तान में मुसलमानों का उत्पीड़न किया जाता है। उसने भारत की तुलना म्यांमार और गाजा के साथ की है।
अयातुल्ला अली खामेनेई के बयान का भारत में मुंहतोड़ जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय ने लताड़ते हुए कहा है कि इस तरह की टिप्पणी करने से पहले ईरान पहले खुद का रिकॉर्ड देख लें। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने खामेनेई के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता का कथन गलत सूचना पर आधारित और अस्वीकार्य हैं। भारत के अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देश पहले अपना रिकॉर्ड देखें तभी दूसरे देशों को सलाह दें।
Statement on Unacceptable Comments made by the Supreme Leader of Iran:https://t.co/Db94FGChaF pic.twitter.com/MpOFxtfuRO
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) September 16, 2024
बता दें कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली ने हाल में एक सोशल मीडिया पोस्ट में भारत की बुराई की। जहां उन्होंने भारत को गाजा और म्यांमार के साथ-साथ उन क्षेत्रों के रूप में शामिल किया, जहां पर मुस्लिमों का उत्पीड़न किया जाता है। इसके लिए उन्होंने दुनियाभर के मुसलमानों से आग्रह किया कि वो पीड़ित मुस्लिम आबादी की रक्षा के लिए एकजुट हो।
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