दुनिया

ईरान के सुप्रीम लीडर का यूपी से है कनेक्शन, क्या इसलिए हो रहा था एनकाउंटर, अब क्या करेगी BJP!

नई दिल्ली: इजराइल और ईरान के बीच भीषण युद्ध चल रहा है. आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। दोनों देश एक दूसरे को तबाह करने के लिए मिसाइलों से हमला कर रहे हैं. ईरान की ओर से इजराइल पर 200 से ज्यादा रॉकेट दागे गए हैं. इस रॉकेट से इजराइल को काफी नुकसान हुआ है. ईरान का कहना है कि उसने हानिया और हसन नसरल्ला की मौत का बदला लेने के लिए ये हमले किए हैं.

 

बाराबंकी से हैं

 

वहीं, ईरान-इजरायल युद्ध के कारण ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई खबरों में आ गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अयातुल्ला अली खामेनेई का कनेक्शन यूपी से भी है. ईरान के सबसे बड़े नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के पूर्वज बाराबंकी से हैं। अयातुल्ला अली खामेनेई के दादा सैय्यद अहमद मुसवी हिंदी का जन्म 1790 में बाराबंकी की सिरौलीगौसपुर तहसील के एक छोटे से गाँव किंटूर में हुआ था। बाद में वह ईरान के खुमैनी गांव में बस गये और उनका परिवार वहां से आगे बढ़ गया।

 

ईरान पहुंचे थे

 

अयातुल्ला अली खामेनेई के पिता एक धार्मिक नेता थे, इसलिए अपने भारतीय मूल को न भूलने के लिए, सैयद अहमद मौसवी ने स्वयं अपने नाम के साथ ‘हिंदी’ जोड़ना जारी रखा। आपको बता दें कि सैयद अहमद मुसवी हिंदी करीब 40 साल की उम्र में 1830 में अवध के नवाब के साथ इराक होते हुए ईरान पहुंचे थे. सैयद अहमद मुसावी हिंदी के पुत्र अयातुल्ला मुस्तफा हिंदी इस्लामी धर्मशास्त्र के महान विद्वान हुए। उनके बेटे रूहुल्लाह का जन्म 1902 में हुआ था।

 

नाम से प्रसिद्ध हुए

 

जो बाद में ‘अयातुल्ला अली खामेनेई’ या ‘इमाम खुमैनी’ के नाम से प्रसिद्ध हुए। खामेनेई ने 1979 में ईरान में इस्लामी क्रांति का नेतृत्व किया और देश को एक इस्लामी गणराज्य के रूप में स्थापित किया। किंतूर के ग्रामीणों ने बताया कि अयातुल्ला रूहुल्लाह खामेनेई साहब के दादा सैयद अहमद मूसवी हिंदी का जन्म 1790 में यहीं किंतूर में हुआ था। अयातुल्ला अली खुमैनी के परिवार के आदिल बताते हैं कि वह 40 साल की उम्र में 1830 में अवध के नवाब के साथ इराक के रास्ते ईरान पहुंचे थे। ब्रिटिश शासन से तंग आकर वे ईरान के खोमेन गांव में बस गये।

 

हमला नहीं किया

 

लोकल 18 से बात करते हुए आदिल ने बताया कि ईरान में बसने के बाद खुमैनी साहब के पिता अयातुल्ला मुस्तफा हिंदी का जन्म हुआ. जब हम सुनते हैं कि उन्होंने इतनी बड़ी क्रांति की और इस्लामिक गणराज्य की स्थापना की तो हमें बहुत गर्व महसूस होता है। ईरान एक शांतिप्रिय देश है और उसने कभी किसी पर हमला नहीं किया है। जब भी खुमैनी की इस्लामी क्रांति की चर्चा होती है तो बाराबंकी का नाम भी गर्व से लिया जाता है।

 

ये भी पढ़ें: ISIS ने यजीदी महिलाओं और लड़कियों को बनाया सेक्स स्लेव, 11 साल की लड़की को भी बनाया शिकार

Zohaib Naseem

I am an experienced anchor, producer, and content writer with a strong background in the media industry. Having worked with national channels, I bring a deep understanding of creating engaging and impactful content. My creative approach and professional expertise have helped me establish a solid reputation in the field of broadcasting and media production.

Recent Posts

मुल्ले तुरंत यहां से भागें! UP की इस हिंदू शेरनी की दहाड़ सुनकर कट्टरपंथियों की हवा टाइट

मंगलवार को मुरादाबाद के स्टेडियम रोड पर तबला वादक अहमद खान थिरकवा की प्रतिमा लगाई…

4 minutes ago

ट्रक के नीचे आई बाइक में लगी आग, जिंदा जल शक, रुक कांप जाएगी वीडियो देखकर

तेलंगाना में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है. यहां एक बाइक सवार…

16 minutes ago

अब एक होंगे ठाकरे ब्रदर्स! करारी हार के बाद उद्धव और राज में सुलह की चर्चा तेज

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र…

26 minutes ago

पुनीत सुपरस्टार मास्क उतारने पर हुए मजबूर, थप्पड़ों की हुई बारिश, वीडियो हुआ वायरल

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और 'बिग बॉस ओटीटी 2' के प्रतियोगी पुनीत सुपरस्टार एक बार फिर…

31 minutes ago

मदरसों पर सरकार क्यों लुटा रही है अरबो रुपये, जानिए आखिर क्या है सच्चाई, दंग रह जाएंगे आप!

मदरसों पर कितना खर्च किया जा रहा है और कितने मदरसे हैं। एक रिपोर्ट के…

52 minutes ago

ये क्या! इस RJD नेता ने शाह के खिलाफ दिया ऐसा आपत्तिजनक बयान, गुस्से में लाल हुई बीजेपी

बिहार के पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि गृह मंत्री शाह के बाबा साहेब…

55 minutes ago