नई दिल्ली: ईरान द्वारा इजराइल की राजधानी पर 180 मिसाइलें दागे जाने के बाद भी इजराइल का जवाबी कार्रवाई न करना कई आशंकाओं को जन्म दे रहा है. वहीं एक नजरिया तो ये है कि इजरायल ऐसा हमला करना चाहता है कि ईरान की कमर पूरी तरह टूट जाए. ईरान के निर्वासित राजकुमार ने इज़राइल […]
नई दिल्ली: ईरान द्वारा इजराइल की राजधानी पर 180 मिसाइलें दागे जाने के बाद भी इजराइल का जवाबी कार्रवाई न करना कई आशंकाओं को जन्म दे रहा है. वहीं एक नजरिया तो ये है कि इजरायल ऐसा हमला करना चाहता है कि ईरान की कमर पूरी तरह टूट जाए. ईरान के निर्वासित राजकुमार ने इज़राइल और पश्चिमी देशों से अपील की है कि वे ईरान में इस्लामी शासन को ख़त्म करने में ईरान के लोगों की मदद करें। उन्होंने ईरान के लोगों की समृद्धि के लिए इजराइल से दोस्ती को जरूरी बताया.
पहलवी ने ईरान के इतिहास के सबसे महान शासक साइरस की ओर से यहूदियों की मुक्ति का संदेश आगे बढ़ाने की अपील की है. अप्रैल 2023 में भी पहलवी ने ईरान के लोगों की ओर से दोस्ती का संदेश देने के लिए इज़राइल का दौरा किया था। वहां उन्होंने पश्चिमी दीवार के पास एक सार्वजनिक सभा में इजराइल और ईरान के बीच दोस्ती के लिए प्रार्थना की. दूसरा दृष्टिकोण यह है कि हमास, हिजबुल्लाह और हौथी जैसे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई भी ठीक है, लेकिन ईरान एक बड़ा देश है।इसके खिलाफ हमले के चलते रूस और चीन समेत कई बड़े इस्लामिक देश भी ईरान के साथ खड़े हो सकते हैं. यह इजराइल के लिए बहुत महंगा होगा. ऐसे में अमेरिका की मदद के बावजूद इजराइल का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है.
इधर, ईरान के निर्वासित राजकुमार मोहम्मद रजा पहलवी ने ऐसा बयान दिया है कि विश्व समुदाय हैरान है। ईरान के अंदर भी भूकंप आया है. दुनिया भर के कूटनीतिक पंडित यह सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि क्या इजराइल की जवाबी कार्रवाई में देरी के पीछे यही राज है. इजरायली हमले के अलावा ईरान के शासक इस नए खतरे से भी चिंतित हैं. अगर अमेरिका और इजराइल सच में ऐसी खिचड़ी पका रहे हैं तो खतरा इजराइली हमले से भी बड़ा है. बता दें कि ईरान के मौजूदा शासक अपने देश के अंदर इजराइल की खुफिया ताकत से अनजान नहीं हैं. हम ईरान के निर्वासित राजकुमार की देश के भीतर लोकप्रियता से भी वाकिफ हैं.
ईरान के निर्वासित राजकुमार रेजा शाह पहलवी ने फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि ईरान में इस्लामिक शासन खत्म होने से दुनिया से कई बुराइयां खत्म हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि ईरान के लोग इस्लामिक शासन का अंत चाहते हैं. एक विकसित ईरान के लिए एक राष्ट्र राज्य के रूप में शासन बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ईरान के शासन में बदलाव के साथ ही कई वैश्विक समस्याएं भी खत्म हो जाएंगी. इससे मानवता पर परमाणु ख़तरा भी ख़त्म हो सकता है. उन्होंने ईरान के लोगों से वहां के शासन को ख़त्म करने का भी आह्वान किया.
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