नई दिल्ली : पूरी दुनिया की निगाहें इस समय मीडिल ईस्ट पर आकर टिक गई हैं. बता दें इजरायल ने पहले नसरल्लाह को मारा वहीं जवाब में ईरान ने तेल अवीव पर रॉकेट और मिसाइलों की बरसात कर दी. इजरायल का मीडिल ईस्ट में मुस्लिम देशों के साथ संघर्ष कई सालों से चल रहा है. […]
नई दिल्ली : पूरी दुनिया की निगाहें इस समय मीडिल ईस्ट पर आकर टिक गई हैं. बता दें इजरायल ने पहले नसरल्लाह को मारा वहीं जवाब में ईरान ने तेल अवीव पर रॉकेट और मिसाइलों की बरसात कर दी. इजरायल का मीडिल ईस्ट में मुस्लिम देशों के साथ संघर्ष कई सालों से चल रहा है. पिछले साल अक्टूबर 2023 में हमास ने इजरायल पर हमले के बाद से हालात बिगड़ते जा रहा है. यह लड़ाई इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हो रहा है. इसी बीच इसमें ईरान भी कूद गया. दरसअल ईरान ने इजरायल पर अभी तक का सबसे बड़ा हमला किया है. तो ऐसे में बड़ी जंग हो सकती है. और ये जंग बड़े पैमाने पर हुआ तो पूरी दुनिया को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
युद्ध किसी भी देश के लिए अच्छी नहीं होती है, जंग के दौरान बड़े पैमाने पर तबाही होती है. ईरान और इजरायल दोनों ही देश इस बात को अच्छे से जानते है. कि इस युद्ध से उन्हें बड़ी आर्थिक क्षति होगी. बता दें दोनो देश आर्थिक रूप से काफी मजबूत हैं, जहां ईरान के पास तेल के भंडार हैं तो वहीं इजरायल अपनी तकनीक के लिए दुनिया में जाना जाता है. ईरान तेल बेचकर पैसा कमाता है. वहीं इजरायल तकनीक बेचकर कमाई करता है. क्योंकि जंग में पैसा और ताकत दोनों देश को चाहिए तब ही जीत संभव है. इसलिए आज आपको बताते है. कि अर्थव्यवस्था और आर्मी दोनों के लिहाज से ईरान और इजरायल में ज्यादा ताकतवर कौन हैं.
वर्ल्ड बैंक के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 2023 में इज़राइल की जीडीपी 509.90 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी. वहीं इस साल के आखिरी तक इज़राइल की जीडीपी 535 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. इजरायल का ग्लोबल इकोनॉमी में अर्थव्यवस्था की 0.48 प्रतिशत की हिस्सेदारी है.
इजरायल तकनीक और हथियारों के लिए भी पूरी दुनिया में जाना जाता है. जिससे बेचकर यह मुल्क जबरदस्त कमाई करता है. यह मुल्क टेक कंपनीज में अपने इनोवेटिव प्रोडक्ट्स के लिए दुनियाभर में जानी जाती है.
ऑटिक्स, मेडिसीन, बायोटेक्नोलॉजी और कम्प्यूटर साइंस के क्षेत्र में इजरायल के पास कई एडवांस प्रोडक्ट्स हैं. जिसकी मांग दुनियाभर में है. इन क्षेत्र में इजरायल अच्छी कमाई करता है.
अर्थव्यवस्था के दृष्ट्रकोण से ईरान इजरायल से थोड़ा कमजोर है. 2024 में ईरान की जीडीपी $388.84 बिलियन रहने का अनुमान है. ईरान की कमाई का स्त्रोत तेल और प्राकृतिक गैस भंडार हैं. पूरी दुनिया में ईरान नेचुरल गैस के भंडार के मामले में दूसरे स्थान पर और ऑयल रिजर्व के मामले में चौथे स्थान पर है. ईरान कई देशों को तेल और नेचुरल गैस का निर्यात करता है.
ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स के मुताबिक इजरायल की आर्मी दुनिया की टॉप 20 सैन्य शक्तियों में 17वां नबंर है. पूरी दुनिया में 14वीं सबसे बड़ी फौज ईरान के पास है बता दें. सैन्य शक्ति के मामले में ईरान, इजरायल से आगे है.
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