नई दिल्ली: काविर रेगिस्तान ईरान के सेमनान प्रांत में मौजूद है। यहां 5 अक्टूबर 2024 की शाम को 4.6 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था. भूकंप का केंद्र सेमनान प्रांत के अरदान शहर से 44 किलोमीटर दूर रेगिस्तान में दर्ज किया गया था. हैरानी की बात तो ये है कि यहां भूकंप आना एक […]
नई दिल्ली: काविर रेगिस्तान ईरान के सेमनान प्रांत में मौजूद है। यहां 5 अक्टूबर 2024 की शाम को 4.6 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था. भूकंप का केंद्र सेमनान प्रांत के अरदान शहर से 44 किलोमीटर दूर रेगिस्तान में दर्ज किया गया था. हैरानी की बात तो ये है कि यहां भूकंप आना एक दुर्लभ घटना है. हालांकि अनुमान लगाया जा रहे हैं कि ईरान ने परमाणु परीक्षण किया है.
ये लहरें भूकंप के दौरान जमीन में उठने वाली लहरों की तरह नहीं थीं. ये तरंगें परमाणु विस्फोट के बाद जमीन पर चलने वाली तरंगों की तरह थीं। इसीलिए दुनिया भर के रक्षा विशेषज्ञ और वैज्ञानिक दावा कर रहे हैं कि ईरान ने परमाणु परीक्षण किया है. वो भी गुपचुप तरीके से. क्योंकि एकमात्र भूकंप के बाद कोई आफ्टरशॉक नहीं आया था. वहीं इस भूकंप की गहराई भी ज्यादा नहीं थी. जबकि आमतौर पर प्राकृतिक भूकंप के बाद कई झटके आते हैं. भले ही उनकी तीव्रता कम हो. अगर ईरान ने परमाणु परीक्षण किया है तो वह इजरायल और दूसरे दुश्मन देशों को अपनी ताकत दिखाना चाहता है. वे धमकी देना चाहते हैं कि हम परमाणु हथियार का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
जिस तरह की भूकंपीय लहरें उठी हैं उससे पता चलता है कि संभव है कि वहां परमाणु परीक्षण हुआ हो. लेकिन इसके लिए ईरान को पहले से काफ़ी तैयारी करनी पड़ी होगी. जैसे उन्होंने नान्ताज यूरेनियम संवर्धन स्थल की किलेबंदी की। इसे भूमिगत कर दिया गया है. ऐसी गतिविधियां सैटेलाइट की नजरों से छुपी नहीं रह सकतीं. क्या ईरान के पास परमाणु परीक्षण के लिए आवश्यक तकनीक है या यह उसे किसी अन्य देश ने दी है? जैसे- रूस. लेकिन अब इसे लेकर कहीं से नई खबर भी सामने आई है.
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