नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन का ‘बूस्टर ट्रायल’ सफल, जल्द मिलेगी मंजूरी

नई दिल्ली, कोरोना वायरस के खिलाफ जल्द ही एक और बड़ी सफलता मिल सकती है, अब नाक के रास्ते से दी जाने वाली वैक्सीन का बूस्टर ट्रायल भी सफल हो गया है. भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी है. भारत की इस फार्मा कंपनी ने कहा कि उसने […]

Advertisement
नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन का ‘बूस्टर ट्रायल’ सफल, जल्द मिलेगी मंजूरी

Aanchal Pandey

  • August 15, 2022 9:50 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली, कोरोना वायरस के खिलाफ जल्द ही एक और बड़ी सफलता मिल सकती है, अब नाक के रास्ते से दी जाने वाली वैक्सीन का बूस्टर ट्रायल भी सफल हो गया है. भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी है. भारत की इस फार्मा कंपनी ने कहा कि उसने अपने इंट्रानैसल कोविड-19 वैक्सीन बीबीवी 154 के लिए चरण-III और बूस्टर डोज का ट्रायल पूरा कर लिया है और यह वैक्सीन सुरक्षित भी साबित हुई है.

टीका निर्माता कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा कि संभावित टीके के पहले और दूसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण सफल रहे थे, बीबीवी154 को खासतौर पर नाक के रास्ते शरीर में पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. नाक के जरिये टीके की खुराक देने के अलावा इसे इस तरह से डिजाइन व विकसित किया गया है जिससे निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों के लिए भी ये किफायती हो, इसकी कीमत बहुत ज्यादा नहीं है.

ब्रिटेन ने नई मॉडर्ना वैक्सीन को दी मंजूरी

कोरोना वायरस अब भी दुनिया के कई देशों में कहर बरपा रहा है. कुछ देशों में इस संक्रमण के मामले बहुत बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं, वहीं लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान भी काफी तेज़ी से चलाया जा रहा है. इस बीच ब्रिटेन में ड्रग रेगुलेटर ने मॉडर्ना वैक्सीन के अपडेटेड वर्जन को मंजूरी दे दी है, विशेषज्ञों का कहना है कि मॉडर्ना की यह नई अपडेटेड वैक्सीन ओमिक्रॉन वेरिएंट पर भी काफी असरदार है. इसके साथ ही यह वैक्सीन कोरोना वायरस के पुराने स्वरूप पर भी असरदार है. इस वैक्सीन को पहले के मुकाबले और उन्नत बनाया गया है, जिससे इसकी प्रभावशीलता और बढ़ गई है.

ब्रिटेन के मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) ने एक बयान में कहा है कि मॉडर्ना की इस अपउेटेड वैक्सीन की जांच में इसे सुरक्षा, क्वालिटी और प्रभाव के मानदंडों पर खरा पाया गया है, यह वैक्सीन पहले के मुकाबले ज्यादा उन्नत है. यह सभी स्टैंडर्ड पूरे करती है, मॉडर्ना की इस नई वैक्सीन को 18 साल या उससे अधिक उम्र के युवाओं के लिए बूस्टर डोज के रूप में दी जाएगी.

 

PM Modi Speech: लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी का संबोधन, जानिए मुख्य बातें

Advertisement