नई दिल्ली: इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर 24 दिसंबर को चीनी स्वामित्व वाले निकेल संयंत्र की धातु गलाने वाली भट्टी में विस्फोट हो गया. इसमें कम से कम 13 कर्मचारियों की मौत हो गई, जबकि 46 घायल हो गए. वहीं इस बात की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को इलाज […]
नई दिल्ली: इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर 24 दिसंबर को चीनी स्वामित्व वाले निकेल संयंत्र की धातु गलाने वाली भट्टी में विस्फोट हो गया. इसमें कम से कम 13 कर्मचारियों की मौत हो गई, जबकि 46 घायल हो गए. वहीं इस बात की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया और मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह दुर्घटना पीटी इंडोनेशिया मोरोवाली इंडस्ट्रियल पार्क की सहायक कंपनी पीटी इंडोनेशिया सिंगशान स्टेनलेस स्टील में हुई. बताया जा रहा है कि भट्ठी की मरम्मत के दौरान अचानक विस्फोट होने से कम से कम 9 इंडोनेशियाई एवं 4 चीनी श्रमिकों की मौत हो गई. वहीं विस्फोट इतना भीषण था कि इमारत की दीवारों के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए. इसमें 46 घायल श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जिनमें से कुछ की हालत अभी गंभीर है।
वहीं प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि फर्नेस की सतह पर विस्फोटक तरल पदार्थ जमा था और इसी वजह से आग लग गई. ऑक्सीजन सिलेंडर पास ही में रखे हुए थे जिसके कारण भीषण विस्फोट हो गया. वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी के उत्पादन में निकेल प्रमुख घटक है. इंडोनेशिया में निकेल गलाने वाले संयंत्रों में इस तरह के घटना होते रहते हैं. इस साल की यह तीसरी सबसे बड़ी दुर्घटना है।
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