Kamala Harris: जो बाइडेन ने रविवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वो इस बार राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय मूल की कमला हैरिस को अपना वारिस बताया। 59 वर्षीय कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से सबसे मजबूत दावेदार है। ट्रंप का मुकाबला करने के लिए वो एक […]
Kamala Harris: जो बाइडेन ने रविवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वो इस बार राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय मूल की कमला हैरिस को अपना वारिस बताया। 59 वर्षीय कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से सबसे मजबूत दावेदार है। ट्रंप का मुकाबला करने के लिए वो एक बेहतर उम्मीदवार हैं। अगर कमला ये चुनाव जीत जाती हैं तो वो अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी। कमला इससे पहले अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनकर इतिहास रच चुकी हैं। कमला उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला, पहली अश्वेत और पहली एशियाई अमेरिकी हैं। आइये जानते हैं भारतवंशी कमला के बारे में-
कमला हैरिस का जन्म 1964 में कैलिफ़ोर्निया के ओकलैंड में हुआ था। उनकी मां भारतीय थीं जबकि पिता जमैका के एक अर्थशास्त्री थे। उनकी मां श्यामला गोपालन चेन्नई की रहने वाली थीं और पिता डोनाल्ड हैरिस जमैका के, जो अमेरिका के जाकर बस गए थे। हैरिस जब 7 साल की थी तब उनके माता-पिता का तलाक हो गया। कमला और उनकी बहन माया भारतीय और अफ्रीकी-अमेरिकी संस्कृतियों में पली बढ़ी हुईं हैं। इसका श्रेय वो अपनी मां श्यामला गोपालन को देती हैं।
12 साल की उम्र में कमला अपनी मां और बहन के साथ कनाडा चली गईं। क्यूबेक में हाई स्कूल के बाद उन्होंने हावर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में पढ़ाई की। 1989 में कमला ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की। 2003 में सैन फ्रांसिस्को अटॉर्नी डिवीजन का नेतृत्व किया। यह पद संभालने वाली पहली अफ्रीकी अमेरिकी महिला बनीं। 2010 में कैलिफोर्निया अटॉर्नी जनरल का चुनाव जीता। 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति ओबामा के समर्थन से अमेरिकी सीनेट हुईं। 2020 राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल हुईं लेकिन बाइडेन से पीछे हो गईं। जीतने के बाद बाइडेन ने उन्हें उपराष्ट्रपति चुना। अब 2024 में राष्ट्रपति पद की रेस में सबसे आगे चल रही हैं।
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यह तय माना जा रहा है कि कमला हैरिस ही राष्ट्रपति पद की उम्मदीवार होंगी क्योंकि बाइडेन के बाद 3,896 प्रतिनिधि हैं जबकि नामांकन के लिए सिर्फ 1,976 प्रतिनिधियों की जरूरत पड़ती है। कमला हैरिस को भले ही बराक ओबामा का समर्थन न मिला हो लेकिन पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन एवं उनकी पत्नी व पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने उन्हें समर्थन दे दिया है।
डेमोक्रटिक पार्टी के नेताओं का मानना है कि कमला हैरिस ही इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को टक्कर दे सकती हैं। गोली कांड के बाद पूरे देश में ट्रंप के पक्ष में जैसा माहौल बना हुआ उसमें बूढ़े हो चले बाइडेन के लिए ज्यादा उम्मीदें नहीं बचीं थीं। यही वजह है कि पार्टी के भारी दबाव की वजह बाइडेन को बेमन से पीछे हटना पड़ा है।
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