घाना में ब्लैकबोर्ड पर तस्वीर बनाकर सिखा रहे थे कंप्यूटर, अब भारतीय कंपनी ने भिजवाए असली कंप्यूटर

घाना में स्कूली बच्चों को ब्लैकबोर्ड पर कंप्यूटर की विंडो की आकृति बनाकर पढ़ाने वाले स्कूल में एक भारतीय फर्म NIIT (निट) ने 5 कंप्यूटर और इससे जुड़ी किताबें भिजवाई हैं. NIIT ने कंप्यूटर टीचर रिचर्ड को एक लैपटॉप भी गिफ्ट किया है. रिचर्ड की वह फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी, जिसमें वह ब्लैकबोर्ड पर विंडो बनाकर बच्चों को कंप्यूटर के बारे में पढ़ा रहे थे.

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घाना में ब्लैकबोर्ड पर तस्वीर बनाकर सिखा रहे थे कंप्यूटर, अब भारतीय कंपनी ने भिजवाए असली कंप्यूटर

Aanchal Pandey

  • March 19, 2018 4:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

एकराः सोशल मीडिया अगर किसी के लिए परेशानियों का सबब बन सकता है तो कई बार यह लोगों के लिए इस कदर मददगार भी साबित होता है कि आप इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते. दरअसल हाल में घाना के एक स्कूल की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं. इनमें एक शिक्षक ब्लैकबोर्ड पर कंप्यूटर की विंडो के फीचर्स की आकृति बनाकर बच्चों को इसके बारे में समझा रहा था. उस स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए एक भी कंप्यूटर नहीं था. जिसका संज्ञान लेते हुए अब एक भारतीय फर्म ने स्कूल को 5 कंप्यूटर गिफ्ट किए हैं, ताकि बच्चे कंप्यूटर के बारे में सही से पढ़ और समझ सकें.

दरअसल परिवर्तन की यह कहानी उस वक्त शुरू हुई जब सेक्येडोमास स्थित जूनियर हाई स्कूल के कंप्यूटर टीचर रिचर्ड उर्फ ओवुरा क्वाडवो हॉटिश ने हाल में अपने फेसबुक पर कुछ तस्वीरों को साझा किया. इन तस्वीरों में वह बच्चों को ब्लैकबोर्ड पर कंप्यूटर विंडो बनाकर इसके बारे में समझा रहे थे. रिचर्ड की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. जिसके बाद कंप्यूटर प्रशिक्षण से जुड़ी भारतीय फर्म NIIT ने स्कूल को 5 कंप्यूटर तोहफे में देने का फैसला किया.

NIIT घाना के डायरेक्टर यॉ अमोटेंग ने कुमासी स्थित दफ्तर के सीनियर मैनेजर संजीव मिश्रा की मदद से स्कूल के लिए 5 कंप्यूटर और कंप्यूटर शिक्षा पर आधारित किताबें भिजवाईं. इसके साथ ही उन्होंने कंप्यूटर टीचर रिचर्ड के प्रयासों की तारीफ करते हुए उनको एक लैपटॉप भी गिफ्ट किया. स्कूली बच्चे कंप्यूटर शिक्षा पर बेहतर ज्ञान अर्जित कर सकें इसके लिए उन्होंने रिचर्ड को मुफ्त आईटी ट्रेनिंग देने का फैसला किया है. असली कंप्यूटर देखकर स्कूल के बच्चे बेहद खुश हैं.

रिचर्ड ने भारतीय कंपनी NIIT को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनकी तस्वीरें इतना वायरल हो जाएंगी कि पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित करेंगी. रिचर्ड ने कहा कि उनका मकसद बच्चों को बेहतर शिक्षा देना है. अब उन्हें पूरी उम्मीद है कि स्कूल के सभी बच्चे कंप्यूटर से जुड़ी हर चीज जान पाएंगे. बता दें कि रिचर्ड की यह तस्वीरें इतनी वायरल हुई थीं कि यह बात माइक्रोसॉफ्ट तक जा पहुंची. जिसके बाद माइक्रोसॉफ्ट ने कुमासा स्थित इस स्कूल में 50 नए कंप्यूटर भेजने का वादा किया था.

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