पाकिस्तानी पार्लियामेंट में तारीफ की है

Indian Electoral Process: पाकिस्तानी पार्लियामेंट में विपक्ष के नेता शिबली फराज ने भारतीय चुनाव व्यवस्था की तारीफ की है। उन्होंने बताया कि कैसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में इतना लंबा चुनाव इवीएम के जरिए संपन्न किया गया और रिजल्ट भी घोषित हो गए हैं। उनका कहना था कि अगर भारत ये कर सकता […]

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पाकिस्तानी पार्लियामेंट में तारीफ की है

Anjali Singh

  • June 16, 2024 8:15 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

Indian Electoral Process: पाकिस्तानी पार्लियामेंट में विपक्ष के नेता शिबली फराज ने भारतीय चुनाव व्यवस्था की तारीफ की है। उन्होंने बताया कि कैसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में इतना लंबा चुनाव इवीएम के जरिए संपन्न किया गया और रिजल्ट भी घोषित हो गए हैं। उनका कहना था कि अगर भारत ये कर सकता है तो हम ऐसा करने की कोशिश क्यों नहीं कर सकते हैं।

पार्लियामेंट में भारत की प्रशंसा

पाकिस्तानी पार्लियामेंट में विपक्षी नेता शिबली फराज ने हाल ही में भारतीय चुनाव व्यवस्था की महत्वपूर्ण तारीफ की है। उन्होंने इस बारे में विस्तार से बताया कि कैसे भारत ने इस बार के चुनावों को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के माध्यम से संपन्न किया और चुनावी परिणाम भी विश्वसनीयता से घोषित किए गए।

शिबली फराज के बयान

शिबली फराज ने कहा, “भारत जैसे विशाल और लोकतांत्रिक देश में इतने बड़े चुनाव को ईवीएम के माध्यम से संचालित करने की क्षमता दिखाई दी है। उन्होंने इसे एक उदाहरण मानकर पाकिस्तानी चुनावी प्रक्रिया में भी इस्तेमाल करने की सलाह दी।”

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भारतीय चुनाव व्यवस्था की विशेषताएँ

भारतीय चुनाव व्यवस्था विशेष रूप से अपनी महत्वपूर्ण विशेषताओं के लिए जानी जाती है। इसमें ईवीएम के उपयोग से चुनाव प्रक्रिया को तेजी से संपादित किया जाता है और रिजल्ट्स को द्वितीय विवेक से घोषित किया जाता है। यह व्यवस्था भारतीय लोकतंत्र के मजबूत स्तंभों में से एक मानी जाती है।

पाकिस्तानी रिएक्शन

शिबली फराज के बयान ने पाकिस्तानी समाज में व्याप्त चर्चा को उत्तेजित किया है। वे इस प्रक्रिया को अपने देश में भी लागू करने की सलाह दे रहे हैं और चुनावी प्रक्रिया में तकनीकी सुधार करने की आवश्यकता को जोर दे रहे हैं। फराज के बयान ने भारतीय चुनाव व्यवस्था की तारीफ से बच्चा चुनाव व्यवस्था में तकनीकी सुधार की आवश्यकता को सामने रखा है। यह उनकी आवाज को सुनकर भारतीय संसद में भी चर्चा के लिए जिम्मेदारी बन गई है।

 

 

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