नई दिल्ली: भारत ने गुरुवार को इजरायल और फिलिस्तीन के लिए दो राज्य समाधान के लिए नई दिल्ली की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए UN का सदस्य बनने के लिए फिलिस्तीन की कोशिशों का समर्थन किया। UN की एक बैठक में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने फिलिस्तीन के आवेदन पर दोबारा विचार करने की […]
नई दिल्ली: भारत ने गुरुवार को इजरायल और फिलिस्तीन के लिए दो राज्य समाधान के लिए नई दिल्ली की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए UN का सदस्य बनने के लिए फिलिस्तीन की कोशिशों का समर्थन किया। UN की एक बैठक में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने फिलिस्तीन के आवेदन पर दोबारा विचार करने की बात कही। भारत के इस कदम को इजरायल के लिए झटके के रूप में देखा जा रहा है।
फिलिस्तीन ने पिछले दिनों UN की सदस्यता लेने के लिए आवेदन किया था। जो अमेरिका के वीटो की वजह से पास नहीं हो सका। इस पर जवाब देते हुए कंबोज ने कहा कि भारत की दीर्घकालिक स्थिति को देखते हुए हम यह उम्मीद करते हैं कि ठीक वक्त पर इस पर दोबारा विचार किया जाएगा और संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बनने के फिलिस्तीन की कोशिशों को समर्थन मिलेगा। उन्होंने बताया कि भारत ने इस मामले पर जनरल ऐसेंबली के दसवें आपातकालीन विशेष सत्र की पूर्ण बैठक बुलाने के महासभा के इरादे पर ध्यान दिया है जिसमें वह सक्रिय रूप से हिस्सा लेगा।
कंबोज ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल के ऊपर हमास के आक्रमण की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और बंधक बनाने जैसे कार्यों को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता है। आतंकवाद के खिलाफ भारत का समझौता न करने वाला रुख रहा है और हम सभी बंधकों की तुरन्त और बिना किसी शर्त के रिहाई की मांग करते हैं। कंबोज ने कहा कि इजरायल और हमास के बीच जंग की वजह से बड़े स्तर पर नागरिकों, खासकर महिलाओं और बच्चों की जान चली गई है और एक बड़ा मानवीय संकट पैदा हो गया है, जो बिल्कुल सही नहीं है।
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