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Missile Fired By Mistake : मिसाइल विवाद में भारत ने ठुकराई पाक की शर्त, इमरान खान ने लिया एक्शन

Missile Fired By Mistake  नई दिल्ली, Missile Fired By Mistake  पिछले दिनों पाकिस्तान पर भारत द्वारा गलती से फायर हुई मिसाइल का विवाद अब यूएन तक पहुंच चुका है. जहां पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के खिलाफ संयुक्त जांच पर सहमति न देने को लेकर यूएन महासचिव से बात की है. तकनीकी खराबी […]

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Missile Fired By Mistake :
  • March 15, 2022 4:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Missile Fired By Mistake 

नई दिल्ली, Missile Fired By Mistake  पिछले दिनों पाकिस्तान पर भारत द्वारा गलती से फायर हुई मिसाइल का विवाद अब यूएन तक पहुंच चुका है. जहां पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के खिलाफ संयुक्त जांच पर सहमति न देने को लेकर यूएन महासचिव से बात की है.

तकनीकी खराबी से पाक में क्रैश हुई मिसाइल

तकनीकी खराबी के कारण गलती से 9 मार्च को क्रैश हुई मिसाइल को लेकर अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेस से बात की. इस बातचीत में भारत की तरफ से लाहौर के पास क्रैश हुई मिसाइल की जानकारी दी गयी. उन्होंने मामले में महासचिव को बताया कि भारत की ये हरकत विमानन सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के साथ उसकी उपेक्षा को बताती है. आगे उन्होंने कहा कि भारत की ये हरकत गैरज़िम्मेदाराना थी.

यूएन में उठाया मुद्दा

पाक के विदेश मंत्री घटना का विवरण देते हुए बोले की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा इस घटना को संबोधित करने की आवश्यकता थी. साथ ही पाकिस्तान की ओर से संयुक्त जांच की मांग को भी यूएन में उठाया गया.

संयुक्त जांच को लेकर भारत को चेताया

पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारीयों ने मामले पर भारत को चेताया है कि यदि भारत संयुक्त जांच पर सहमति नहीं जताता है तो पाकिस्तान और भी विकल्पों पर विचार कर सकता है. पाकिस्तान मीडिया में छपी खबर के अनुसार वहां के मुख्य अधिकारी ने मामले पर कहा, हम अभी भी भारत की ओर से किसी प्रतिक्रिया का इंतज़ार कर रहे हैं. ये नज़रअंदाज़ करने वाला कोई मसला नहीं है आगे उन्होंने कहा कि यदि भारत सहमति से इंकार करेगा तो उन्हें मजबूरन और भी विकल्पों को टटोलना होगा. उन्होंने बताया की वह इस मसले को लेकर यूएन में जा चुके हैं और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों को स्थिति की गंभीरता को पहले ही बता चुके हैं.

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