नई दिल्ली: भारत के न्यूक्लियर वेपन से जुड़ी जानकारी लीक हो चुकी है। इस चौंकाने वाली जानकारी का खुलासा अमेरिका ने किया है। अमेरिकी परमाणु वैज्ञानिकों का दावा है कि भारत ने अपनी पुरानी नौसैनिक परमाणु मिसाइलें हटाकर अब समुद्र में छिपी रहने वाली पनडुब्बी आधारित मिसाइलों पर ध्यान केंद्रित किया है।
यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय नौसेना के जहाजों पर योग की तस्वीरों से यह अहम जानकारी मिली है कि भारत ने अपनी सबसे पुरानी नौसैनिक परमाणु मिसाइलों को रिटायर कर दिया है। अब भारत समुद्री क्षेत्र में पनडुब्बी से लॉन्च होने वाली परमाणु मिसाइलों की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
भारत ने पहले ऑफशोर पेट्रोल वेसल में धनुष नामक परमाणु-सक्षम मिसाइलें तैनात की थीं, जो अब रिटायर कर दी गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव इसलिए किया गया है क्योंकि भारत पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली लंबी दूरी की मिसाइलों की ओर बढ़ रहा है।
अमेरिका के वैज्ञानिकों ने 2022 में सेशेल्स में भारतीय जहाज आईएनएस सुवर्णा के योग से जुड़ी तस्वीरों से निष्कर्ष निकाला कि जहाज पर मिसाइल स्टेबलाइजर्स हटा दिए गए हैं। इसका मतलब है कि अब यह जहाज परमाणु-सक्षम धनुष मिसाइलों को लॉन्च नहीं कर सकता।
अमेरिकी वैज्ञानिकों के विश्लेषण में सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई तस्वीरों और सैटेलाइट इमेजरी का उपयोग किया गया। इनसे पता चला कि भारत के कुछ जहाजों के डेक को नए क्रॉस पैटर्न में रंगा गया है, जो पहले मिसाइल लॉन्च के लिए इस्तेमाल होते थे।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत अब ऐसी पनडुब्बियां विकसित कर रहा है जो लंबी दूरी तक परमाणु मिसाइलें ले जा सकें। इससे भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होगा और उसे दुश्मन के ठिकानों के करीब जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस तरह, योग की साधारण तस्वीरों ने एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय खबर को उजागर कर दिया, जिससे भारत की रक्षा रणनीति में हुए बदलाव की जानकारी सामने आई है।
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