नई दिल्ली: मालदीव और भारत के रिश्तों (India-Maldives Relations) में लगातार खटास बढ़ती जा रही है। हाल ही में बने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू लगातार मालदीव से भारतीय सेना को हटाने की बात कर रहे हैं। इसी बीच मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि […]
नई दिल्ली: मालदीव और भारत के रिश्तों (India-Maldives Relations) में लगातार खटास बढ़ती जा रही है। हाल ही में बने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू लगातार मालदीव से भारतीय सेना को हटाने की बात कर रहे हैं। इसी बीच मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि मालदीव की सरकार ने औपचारिक रूप से मालदीव से भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने का भारत से अनुरोध किया है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू ने शनिवार (18 नवंबर) को राष्ट्रपति कार्यालय में भारत सरकार के मंत्री किरेन रिजिजू से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने किरेन रिजिजू से औपचारिक रूप से ये अनुरोध किया कि वे मालदीव से भारतीय सैनिकों को वापस बुला लें। मालदीव के राष्ट्रपति का यह कदम भारत के साथ मालदीव के संबंधों (India-Maldives Relations) में दरार ला सकता है।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू मालदीव के नए राष्ट्रपति के एक कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व करने पहुंचे थे।
मोहम्मद मुइज्जू ने शुक्रवार (17 नवंबर) को मालदीव के आठवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। इस दौरान भारत के केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू समेत कई विदेशी हस्तियां मौजूद रहीं। 45 वर्षीय मुइज्जू ने ‘रिपब्लिकन स्क्वैयर’ पर आयोजित ‘पीपल्स मजलिस’ की विशेष सभा में पद की शपथ ली। इस अवसर पर मुइज्जू के साथ उनकी पत्नी साजिदा मोहम्मद भी मौजूद रहीं।
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इस सभा में हुसैन मोहम्मद लतीफ ने मालदीव के 10वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की।