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नए साल पर भारत को मिली बड़ी कामयाबी, 26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने की तैयारी

पाकिस्तान मूल का कारोबारी तहव्वुर राणा को जल्द अमेरिका से भारत लाया जाएगा। अमेरिका की अदालत ने प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है। राणा 26/11 मुंबई हमले का आरोप है। उसने मास्टरमाइंड डेविड हेडली को मदद पहुंचाई थी। भारत के मजबूत साक्ष्यों के आधार पर उसके प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हुआ है। राणा के संबंध पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी थे।

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pakistani Terrorist
  • January 1, 2025 6:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 days ago

नई दिल्ली: भारत को 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मामले में एक बड़ी सफलता मिली है। पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यापारी तहव्वुर राणा को भारत में लाने का रास्ता साफ हो गया है, क्योंकि अमेरिकी अदालत ने उसके प्रत्यर्पण पर अपनी मुहर लगा दी है। एफबीआई ने 2009 में शिकागो से राणा को गिरफ्तार किया था और वह वर्तमान में लॉस एंजिल्स की जेल में बंद है। राणा ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी डेविड कोलमन हेडली की मदद की थी, जो मुंबई हमले का मास्टरमाइंड था। भारत लंबे समय से हेडली के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है और अब भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि के तहत राणा को भारत लाने का मार्ग खुल गया है।

भारत के सबूत मजबूत थे

भारत ने अदालत में राणा के खिलाफ मजबूत साक्ष्य पेश किए और अमेरिकी अदालत ने माना कि राणा के खिलाफ भारत के आरोप और अमेरिका के आरोप अलग हैं, हालांकि वह अमेरिका के आरोपों से बरी हो चुका था। अदालत ने माना कि राणा के खिलाफ भारत के सबूत मजबूत हैं, जिसके आधार पर अब उसे जल्द ही भारत भेजा जाएगा।

लश्कर-ए-तैयबा की थी मदद

राणा का संबंध पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी जोड़ा गया है। 2011 में अमेरिका की अदालत ने उसे आतंकी हमलों को बढ़ावा देने के आरोपों से बरी कर दिया था, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा की मदद करने और डेनमार्क में आतंकी साजिश रचने के आरोप में उसे दोषी ठहराया गया। डेविड हेडली ने भी राणा के खिलाफ गवाही दी थी और यह पुष्टि की थी कि वह पाकिस्तान में आतंकी नेताओं के संपर्क में था।

2008 के मुंबई आतंकी हमले में शामिल

राणा का जन्म पाकिस्तान में हुआ था, लेकिन बाद में उसने कनाडा की नागरिकता प्राप्त की। कनाडा जाने से पहले वह पाकिस्तान की सेना में डॉक्टर के रूप में दस वर्षों तक सेवा दे चुका था। इसके बाद उसने भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों की योजना बनाई। राणा ने डेविड हेडली और लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले की साजिश रची थी, जिसमें 166 लोग मारे गए थे, जिनमें छह अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे।

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