भारत के खिलाफ रचा जा रहा है साजिश, खालिस्तानी हो रहे है एकजुट, देश में मच सकती है तबाही!

खालिस्तानी अलगाववादियों को संरक्षण देने को लेकर भारत और कनाडा के बीच काफी समय से तनाव बना हुआ है. वहीं दूसरी ओर खालिस्तानी अब नए अड्डे की तलाश में हैं. इसी कड़ी में खालिस्तानियों ने कनाडा के बाद न्यूजीलैंड को अपना नया ठिकाना बनाना शुरू कर दिया है. उधर, भारत ने कनाडा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। अब खालिस्तानियों का नया अपडेट न्यूजीलैंड से आया है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तानियों ने न्यूजीलैंड में नया अभियान शुरू कर दिया है.

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भारत के खिलाफ रचा जा रहा है साजिश, खालिस्तानी हो रहे है एकजुट, देश में मच सकती है तबाही!

Zohaib Naseem

  • November 18, 2024 2:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 hours ago

नई दिल्ली: खालिस्तानी अलगाववादियों को संरक्षण देने को लेकर भारत और कनाडा के बीच काफी समय से तनाव बना हुआ है. वहीं दूसरी ओर खालिस्तानी अब नए अड्डे की तलाश में हैं. इसी कड़ी में खालिस्तानियों ने कनाडा के बाद न्यूजीलैंड को अपना नया ठिकाना बनाना शुरू कर दिया है. कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो को कई बार अपने बयानों में खालिस्तानियों के समर्थन में बोलते देखा गया है। इस मामले को लेकर जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर कई आरोप भी लगाए हैं.

 

खारिज कर दिया

 

उधर, भारत ने कनाडा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। अब खालिस्तानियों का नया अपडेट न्यूजीलैंड से आया है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तानियों ने न्यूजीलैंड में नया अभियान शुरू कर दिया है. दरअसल, 17 नवंबर को प्रतिबंधित आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ ने खालिस्तान जनमत संग्रह का आयोजन किया था. इस दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने न्यूजीलैंड में खालिस्तानी झंडे भी लहराए और भारत के खिलाफ नारे लगाए. खालिस्तानियों की इस हरकत से फिलहाल न्यूजीलैंड के स्थानीय नागरिक नाराज हैं. न्यूजीलैंड के लोगों ने खालिस्तानियों का विरोध करना शुरू कर दिया है.

 

नारे लगा रहे

 

जिस स्थान पर खालिस्तानी समर्थक नारे लगा रहे थे, उसी स्थान पर न्यूजीलैंड का एक युवक माइक लेकर पहुंचा और खालिस्तानियों के प्रति अपना विरोध जताया. न्यूजीलैंड के इस शख्स का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह खालिस्तानियों के खिलाफ नारे लगाता दिख रहा है। साथ ही वह खालिस्तानियों को देश छोड़ने के लिए आवाज उठा रहे हैं. न्यूजीलैंड के शख्स ने कहा- ‘अगर आप सोचते हैं कि आप इस देश में आकर अपने झंडे फहराएंगे और अपना एजेंडा चलाएंगे तो सुन लीजिए, ऐसा नहीं हो सकता.

 

पीटर्स से मुलाकात की

 

न्यूजीलैंड में खालिस्तान जनमत संग्रह की आंच दिल्ली तक पहुंचने की आशंका है, क्योंकि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पहले ही अपने न्यूजीलैंड समकक्ष विंस्टन पीटर्स से खालिस्तानियों को मंच न देने की अपील कर चुके हैं। एस जयशंकर ने छह नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में आयोजित रायसीना सम्मेलन के दौरान पीटर्स से मुलाकात की थी.

 

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