नई दिल्ली: सदियों पहले इंसानों की जिंदगी सूर्योदय और सूर्यास्त पर निर्भर करती थी. इंसान सूर्योदय के साथ उठता था और सूर्यास्त होते ही अपने घरों के भीतर हो जाता था. मगर अब ऐसा नहीं है. बड़े शहरों में दिन और रात तो पता ही नहीं चलते है. क्या आपको पता है इस धरती पर […]
नई दिल्ली: सदियों पहले इंसानों की जिंदगी सूर्योदय और सूर्यास्त पर निर्भर करती थी. इंसान सूर्योदय के साथ उठता था और सूर्यास्त होते ही अपने घरों के भीतर हो जाता था. मगर अब ऐसा नहीं है. बड़े शहरों में दिन और रात तो पता ही नहीं चलते है. क्या आपको पता है इस धरती पर एक ऐसी जगह है, जहां 6 महीने दिन तक दिन और 6 महीने तक रात रहती है. तो चलिए जानते हैं आखिर वहां के लोग कैसे अपना जीवन बिताते हैं.
हम जिस जगह की बात कर रहे है वो अंटार्कटिक है. पूरी दुनिया में 4 तरह के मौसम होते हैं. मगर अंटार्कटिक में केवल दो होते हैं. गर्मी या सर्दी. वहीं जब यहां 6 महीने दिन रहता है. तब गर्मी का मौसम रहता है. बता दें यहां की गर्मी अन्य देशों की सर्दी से अधिक सर्द होती है. वहीं जब 6 महीने रात रहती है तब पूरा अंटार्कटिक बर्फ का रेगिस्तान बन जाता है. वैज्ञानिकों के मुताबिक धरती के इस हिस्से में 6 महीने दिन और 6 महीने रात होने का कारण पृथ्वी का अपनी धुरी पर टेढ़ा होकर घूमना है.
अंटार्कटिक के पास बसा नॉर्वे भी एक ऐसा देश है जहां 76 दिनों तक केवल दिन रहता है. यानी 76 दिनों देश में सूरज चमकता रहता है. वहीं फिनलैंड, स्वीडन, कनाडा के नुनावुत, आइसलसैंड और अलास्का में भी ऐसा होता है. नॉर्वे में दिसंबर में सूरज कई हफ्तों तक नहीं निकलते है. वहां पर लोग इसे पोलर नाइट कहते है. हालांकि, बाकी समय सूरज उगता है और अस्त होता है.
ये भी पढ़े:अखिलेश से यूपी का बदला महाराष्ट्र में लेगी कांग्रेस, बनाया ये प्लॉन!