इमरान खान की रिहाई को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने रविवार को एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया, जिसमें गठबंधन सरकार के वरिष्ठ सदस्य शामिल हैं। यह समिति विपक्षी पार्टी पीटीआई से बातचीत करेगी। ITV द्वारा किए गए सर्वे में जनता ने पाकिस्तान सरकार की पोल खोल दी है।
नई दिल्लीः पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ता पूर्व पीएम इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर कई दिनों से देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पीटीआई के आह्वान से घबराए प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की सरकार ने बातचीत शुरू करने के लिए एक समिति का गठन किया है। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि समिति में उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार, धार्मिक मामलों के मंत्री चौधरी सालिक हुसैन, शिक्षा मंत्री खालिद मकबूल सिद्दीकी, निजीकरण मंत्री अलीम खान, प्रधानमंत्री के राजनीतिक सहयोगी राणा सनाउल्लाह और सीनेटर इरफान सिद्दीकी शामिल हैं। ITV द्वारा किए गए सर्वे में जनता ने पाकिस्तान सरकार की पोल खोल दी है।
1 इमरान की कट्टर दुश्मन शहबाज सरकार अब उनकी पार्टी से बात करने को क्यों तैयार है ?
आंदोलन का डर- 20 %
सरकार गिरने का खतरा- 39 %
जनता इमरान के साथ- 39 %
कह नहीं सकते- 2 %
2 पाकिस्तान में PTI का आंदोलन क्या इमरान खान की रिहाई का रास्ता साफ करेगा ?
हां- 54%
नहीं- 33%
कह नहीं सकते- 13 %
3 ख़ैबर पख़्तूनख्वा में आतंकी हमले में पाकिस्तानी के 16 सैनिक मारे गए. अपने पैदा किया आतंकवाद का अब खुद शिकार हो रहा पाक ?
हां- 78 %
नहीं- 18 %
कह नहीं सकते- 4 %
4 क्या ख़ैबर पख़्तूनख्वा और बलूचिस्तान के आंदोलन शहबाज सरकार को कमजोर कर रहे हैं ?
हां- 67 %
नहीं- 23 %
कह नहीं सकते- 10 %
5 क्या इमरान खान पाकिस्तान की सत्ता में वापसी कर पाएंगे ?
हां- 37 %
नहीं- 58 %
कह नहीं सकते- 5 %