पाकिस्तान पॉलिटिक्स नई दिल्ली, इमरान खान की सरकार इस समय सियासी संकट से घिर चुकी है. सभी राजनैतिक दावपेच जो विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव से बचने के लिए लगाए गए थे वो बेकार होते नज़र आ रहे हैं. वहीं अब अपने इस्तीफे से पहले इमरान खान ने तीन शर्तें रखी हैं. इमरान की तीन शर्तें […]
नई दिल्ली, इमरान खान की सरकार इस समय सियासी संकट से घिर चुकी है. सभी राजनैतिक दावपेच जो विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव से बचने के लिए लगाए गए थे वो बेकार होते नज़र आ रहे हैं. वहीं अब अपने इस्तीफे से पहले इमरान खान ने तीन शर्तें रखी हैं.
इमरान खान की पहली शर्त है कि कुर्सी छोड़ने के बाद उनकी गिरफ़्तारी न हो, दूसरी शर्त है कि कुर्सी छोड़ने के बाद उनके किसी मंत्री की तुरंत गिरफ्तारी न हो, तीसरी शर्त है, शहबाज़ शरीफ की जगह किसी और को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया जाए. इमरान के दो मंत्री फवाद चौधरी और शाह महमूद कुरैशी द्वारा इमरान खान ये संकेत दे चुके हैं कि वह किसी भी वक्त अपना इस्तीफ़ा दे सकते हैं.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में रात 8:30 बजे इमरान सरकार के भविष्य का फैसला हो जाएगा. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विपक्षी दल पीपीपी, मुस्लिम लीग-एन और सत्ताधारी दल पीटीआई के बीच बात हो गई है. जिसके बाद प्रस्ताव पर वोटिंग को लेकर फैसला हुआ. सत्ताधारी पार्टी पीटीआई के सांसदो को बागी रवैये और गठबंधन के साथी दलों को छोड़कर जाने के बाद अब इमरान सरकार का सत्ता से बाहर होना तय है. बता दे कि नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल करने के लिए इमरान सरकार को 172 सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इमरान खान के समर्थन में सिर्फ 142 संसद सदस्य ही है.
पाकिस्तान संसद में आज का दिन भी काफी अहम है. जहां अब एक और मोड़ पाकिस्तान नेशनल असेंबली के सामने आ चुका है. पाकिस्तान में तेजी से सियासी घटनाक्रम बदल रहे हैं, स्पीकर असद कैसर ने नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग करवाने से साफ़ इनकार कर दिया है.