Imran Khan Supports China Slams America, Imran Khan ne America ko china ke saamne dikhaya chota: इमरान खान ने डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिका को नीचा दिखाया. पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने अमेरिका और चीन के बीच में तुलना करके कहा कि चीन अमेरिका से ज्यादा सक्षम है. उन्होंने कहा, अमेरिका अफगानिस्तान में युद्ध लड़ने में 1.5 ट्रिलियन डॉलर खर्च करता रहे, लेकिन चीन ज्यादा डेवेलप हो गया है. अभी तक न्यूयॉर्क की तो सड़कें भी खराब हैं.
नई दिल्ली. संयुक्त राष्ट्र महासभा, यूएनजीए के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका में हैं. उन्होंने यूएनजीए में सभा के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाने की कोशिश की. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इमरान खान ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए की वो भारत के समर्थन में हैं. इसी के बाद अमेरिका में एक मीडिया हाउस को इंटरव्यू देते हुए इमरान खान ने भी अमेरिका के खिलाफ होने और चीन का समर्थन करने के संकेत दिए हैं. इमरान खान ने मीडिया हाउस के साथ इंटरव्यू के दौरान अमेरीका और चीन की तुलना करते हुए अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप को नीचा दिखाने की कोशिश भी की.
इमरान खान की मीडिया हाउस के साथ इंटरव्यू की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस वीडियो में इमरान खान से कोई सवाल किया गया. इस पर इमरान खान ने जवाब में कहा, यदि मैं एक अमेरिकी होता तो मैं पूछता सरकार से, आपने अफगानिस्तान में इस निरर्थक युद्ध पर 1.5 ट्रिलियन डॉलर खर्च किया है. आपने इससे क्या हासिल किया है? और फिर मैंने कुछ लोगों को यह कहते हुए सुना कि हमारे सैन्य अधिकारियों को ऐसा करते रहना चाहिए. यह अगले 19 वर्षों तक चलेगा और अमेरिका में कर दाता पैसा डालते रहेंगे और अमेरिका इस निरर्थक युद्ध में अफगान में पैसा डालेंगे. चीनी पहले विश्व बुनियादी ढांचे का विकास कर रहे हैं और आपको बस चीन जाना होगा यह देखने के लिए कि उनका बुनियादी ढांचा कहां है और यहां न्यूयार्क में मैं कार को ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर इधर-उधर उछालता हुआ देख रहा हूं. ये पैसा बर्बाद हो रहा है.
LMAO!! KHAN JUST NAILED IT
If I were an American I would ask (the govt), you've spent $1.5T on this futile war in Afghanistan while China went and developed and you've got bumpy roads in New York City! #ImranKhan #UNGA pic.twitter.com/5k8lyp9dYm
— Arslan صدیقی (@ArslanSiddiqy) September 26, 2019
इससे पहले भी अमेरिका में ही इमरान खान ने चीन की तारीफ की थी. उन्होंने चीनी सरकार की तारीफ करते हुए कहा था कि, अगर उनके (पाकिस्तान के) पास शासन का चीनी मॉडल होता, तो वे लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालते. उन्होंने कहा था, सिर्फ इतना ही नहीं, जिस तरह से उन्होंने (चीन ने) भ्रष्टाचार से निपटा है, दुर्भाग्य से मैं पाकिस्तान में ऐसा नहीं कर सकता. पिछले पांच वर्षों में चार सौ पचास मंत्री स्तर के लोगों को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में डाल दिया गया है. मेरा मतलब है, काश मैं अपने देश में ऐसा कर पाता.