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Pakistan: घर से भागे Imran Khan, मीडिया के सामने गरजे… जानें क्या कहा

नई दिल्ली: PTI के अध्यक्ष और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के सिर पर इस समय तलवार गिरफ्तारी की लटक रही है. रविवार को पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए नोटिस लेकर उनके लाहौर स्थित आवास पहुंची लेकिन इस दौरान पुलिस को खाली हाथ वापसी करनी पड़ी. कहा जा रहा था कि इमरान खान गिरफ्तारी […]

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Pakistan: घर से भागे Imran Khan, मीडिया के सामने गरजे… जानें क्या कहा
  • March 5, 2023 7:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: PTI के अध्यक्ष और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के सिर पर इस समय तलवार गिरफ्तारी की लटक रही है. रविवार को पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए नोटिस लेकर उनके लाहौर स्थित आवास पहुंची लेकिन इस दौरान पुलिस को खाली हाथ वापसी करनी पड़ी. कहा जा रहा था कि इमरान खान गिरफ्तारी के डर से भाग गए हैं. लेकिन कुछ ही देर में वह अपने जमान पार्क आवास पर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते नज़र आए.

 

‘बदनामी करवा दी’

इस संबोधन के दौरान पुलिस पार्क के बाहर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए मौजूद थी. इससे पहले पुलिस उनके घर पहुंची थी लेकिन वह घर पर नहीं मिले. कुछ घंटों बाद जब इमरान खान दिखाई दिए तो वह मीडिया को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान वह पाकिस्तान सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा, कि इस समय पाकिस्तान क़र्ज़ में डूबा हुआ है. इसलिए उन्होंने पाकिस्तान सरकार को जिम्मेदार ठहराया. इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने दुनिया में कटोरा लेकर क़र्ज़ मांगते हुए बदनामी करवा दी. इसके अलावा इमरान खान ने जेल से रिहा होकर आए अपनी पार्टी के नेताओं को अपने संबोधन में टाइगर की संज्ञा भी दी.

ट्वीट कर साधा निशाना

इसी कड़ी में इमरान खान का एक ट्वीट सामने आया है. इस ट्वीट में उन्होंने पकिस्तान की वर्तमान सरकार और प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ पर निशाना साधा है. वह लिखते हैं, ‘इस देश का भविष्य क्या हो सकता है जिस पर अपराधियों को शासक के रूप में थोपा जाता है।शहबाज शरीफ को NAB द्वारा 8 बिलियन के मनी लॉन्ड्रिंग और FIA द्वारा 16 बिलियन के भ्रष्टाचार में दोषी पाया जाने वाला था जब जनरल बाजवा, जिन्हें कार्यवाही में देरी का सामना करना पड़ा एनएबी के मामलों ने उसे बचा लिया।’

‘पहले एफआईए और अब एनएबी’

पूर्व प्रधानमंत्री आगे लिखते हैं, ‘उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। तब से, इस व्यक्ति को उन संस्थानों के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है जो उनके खिलाफ मामलों की जांच कर रहे हैं – पहले एफआईए और अब एनएबी – ताकि वह स्वतंत्र रूप से मामलों से खुद को बरी कर सकें। 16 अरब के भ्रष्टाचार और 8 अरब के मनी लॉन्ड्रिंग का “गणराज्य” बनता है।’

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