नई दिल्ली, पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ संसद में आज अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होने वाला है, लेकिन आज जब से सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तब से इमरान खान सदन नहीं पहुंचे हैं. इसे लेकर पाकिस्तान की सियासत में सुगबुगाहट भी शुरू हो चुकी है आखिर क्या वजह है, जिसके चलते इमरान खान […]
नई दिल्ली, पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ संसद में आज अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होने वाला है, लेकिन आज जब से सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तब से इमरान खान सदन नहीं पहुंचे हैं. इसे लेकर पाकिस्तान की सियासत में सुगबुगाहट भी शुरू हो चुकी है आखिर क्या वजह है, जिसके चलते इमरान खान आज संसद नहीं आए.
पाकिस्तान की राजनीति पर बारीकी से नज़र रखने वाले राजनीति विश्लेषक हामिद मीर ने कहा कि इमरान खान की पार्टी के नेताओं से उनकी बात हुई है. पीटीआई के नेता का कहना है कि उनलोगों ने ये रणनीति बनाई है कि उन्हें लंबी-लंबी तकरीरें करनी हैं. इसी क्रम में शाह महमूद कुरैशी ने भी संसद में काफी लंबा भाषण दिया है.
हामिद मीर ने कहा कि पीटीआई के नेताओं संभवतः कुछ इस तरह की रणनीति बनाई है कि अगर लंबे-लंबे भाषण होते हैं और अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं हो पाती है, तो मुद्दा कोर्ट की अवमानना का बनेगा, लेकिन कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट का चार्ज या तो स्पीकर पर लगेगा या फिर डिप्टी स्पीकर पर. इसलिए कार्रवाई भी हो सकती है. इसके साथ ही कार्रवाई के दायरे में वो सभी लोग आएंगे या आ सकते हैं जिन लोगों ने संसद में लंबा चौड़ा भाषण दिया है, लेकिन इमरान खान इस कार्रवाई से बच जाएंगे. क्योंकि वह संसद में मौजूद नहीं हैं, तो उन पर कोर्ट की अवमानना का केस बन ही नहीं सकता. संभवतः यही वजह है कि इमरान संसद में नहीं आए हैं.
अविश्वास प्रस्ताव पेश होने से पहले इमरान खान की सरकार में मंत्री रहे शाह महमूद कुरैशी की जुबान से असलियत निकल ही गई. उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव पेश होने से पहले ही हार मान ली है. उन्होंने कहा कि ” आज हम हैं लेकिन कल नहीं होंगे.” आगे महमूद कुरैशी का दर्द छलक आया और उन्होंने कहा कि ऐसा कब हुआ है, जब बहुमत से चुनी हुई सरकार को इस तरह से सत्ता से बेदखल कर दिया जाए.