पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई के लिए उनकी पार्टी प्रदर्शन कर रही है. प्रदर्शन हिंसक भी हो गया है. आलम ये है कि इस्लामाबाद में पाकिस्तानी सेना तैनात कर दी गई है. साथ ही दंगाइयों को गोली मारने के आदेश भी दिए गए हैं. इस बीच खबर है कि पाकिस्तान की आईएसआई ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से अनुरोध किया है कि वह अपनी सेना और इमरान खान के बीच हस्तक्षेप कर चीजों को नियंत्रण में लाए।
नई दिल्ली: पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई के लिए उनकी पार्टी प्रदर्शन कर रही है. प्रदर्शन हिंसक भी हो गया है. आलम ये है कि इस्लामाबाद में पाकिस्तानी सेना तैनात कर दी गई है. साथ ही दंगाइयों को गोली मारने के आदेश भी दिए गए हैं. इस बीच खबर है कि पाकिस्तान की आईएसआई ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से अनुरोध किया है कि वह अपनी सेना और इमरान खान के बीच हस्तक्षेप कर चीजों को नियंत्रण में लाए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूएई ने शुरुआत में पाकिस्तान सेना प्रमुख के खिलाफ अलोकप्रिय भावनाओं के कारण हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था. हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान के करीबी डॉ. सलमान अहमद ने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना ने उनके और इमरान के बीच मध्यस्थता के लिए यूएई से संपर्क किया है। वहीं इस मुद्दे पर कथित तौर पर आईएसआई का एक प्रतिनिधिमंडल यूएई में था। शुरुआती संकेतों के मुताबिक यूएई पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर के साथ सहयोग करने को इच्छुक नहीं है. पाकिस्तान और सेना के भीतर उनकी अलोकप्रियता के कारण, सऊदी अरब ने पहले भी असीम मुनीर से दूरी बना ली है।
वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, यूएई और सऊदी दोनों को लगता है कि पीडीएम और सेना ने पाकिस्तान को हर मोर्चे पर नाकाम कर दिया है. इतना ही नहीं इमरान खान की जान को भी खतरा बताया जा रहा है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक इमरान खान बनिगाला में शिफ्ट नहीं होंगे. ‘इमरान खान की जान खतरे में है और पाकिस्तानी सेना उन्हें मारना चाहती है.’ सोमवार को इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में सुरक्षाबलों और इमरान समर्थकों के बीच झड़पें हुईं. इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई.
वहीं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी इस्लामाबाद में सेना तैनात कर दी गई है. पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने अनुच्छेद 245 लागू करने की अधिसूचना जारी कर दी है. इसके अलावा आदेश में पाकिस्तानी सेना को जरूरत पड़ने पर जहां भी कर्फ्यू लगाने का अधिकार दिया गया है. बता दें कि पाकिस्तानी सेना को दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है.
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