नई दिल्ली: इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर PTI समर्थक इस समय पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ का भी बयान सामने आ गया है. नेतृत्व को बदनाम करने की नीति मंगलवार को इस्लामाबाद में हुई इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर प्रधानमंत्री […]
नई दिल्ली: इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर PTI समर्थक इस समय पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ का भी बयान सामने आ गया है.
मंगलवार को इस्लामाबाद में हुई इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ का पहला बयान सामने आया है. उन्होंने PTI प्रमुख की गिरफ्तारी पर कहा है कि सत्ता गंवाने के बाद इमरान खान ने पाकिस्तानी सेना को एक संस्था के तौर पर कई बार बदनाम किया है. वजीराबाद की घटना से इमरान खान सेना, खुफिया एजेंसियों और उनके नेतृत्व को बदनाम करना चाहते हैं. ये भी उनकी एक नीति रही है. प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने इस दौरान पूछा कि रोजाना डराने-धमकाने, बेबुनियाद आरोप लगाने के अलावा इमरान खान ने कौन सी कानूनी प्रक्रिया अपनाई है?
इतना ही नहीं पाक प्रधानमंत्री का कहना है कि इमरान खान ने संघीय सरकार के सहयोग के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. साथ ही PTI प्रमुख ने कानूनी कार्यवाही का भी बहिष्कार किया. शरीफ ने कहा कि इमरान खान ने कभी भी हमले के बारे में जानने में दिलचस्पी नहीं दिखाई. निंदनीय घटना का इस्तेमाल उन्होंने छोटे राजनीतिक उद्देश्यों के तौर पर किया. पाकिस्तान पीएम ने आगे सवाल किया कि आखिर किसके इशारों पर हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद सशस्त्र बलों के शहीदों के खिलाफ वहशी सोशल मीडिया अभियान चलाया गया था. ट्रोल ब्रिगेड जो शहीदों का उपहास उड़ाती है किस पार्टी की थी?
बता दें, हाई कोर्ट ने इमरान खान की गिरफ्तारी मामले में NAB के DG को समन भी जारी किया है. जहां चीफ जस्टिस ने कहा है कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते हैं. बता दें, इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर तुरंत पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भी तलब किया गया है. हालांकि इमरान खान के वकील ने कहा कि जिस तरह से PTI प्रमुख को गिरफ्तार किया गया वो गैरकानूनी है.
वहीं सुनवाई के दौरान IG ने कोर्ट को बताया है कि गिरफ़्तारी से पहले इमरान खान को NAB ने वारंट जारी किया था. इसके अलावा हाई कोर्ट में इस वारंट की एक कॉपी भी जमा की गई है. इस दौरान चीफ जस्टिस ने हाई कोर्ट परिसर में हुई तोड़फोड़ को लेकर भी नाराज़गी जताई. जहां मामले की सुनवाई कर रहे चीफ जस्टिस ने कहा कि आज हाई कोर्ट में जो कुछ भी हुआ वह अक्षम्य है.