नई दिल्ली: हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और भारत समेत दुनियाभर के तमाम देशों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. इस बीच ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने देश में हिजबुल्लाह के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले लोगों को कड़ी चेतावनी दी है. लेबर सरकार ने कहा है कि अगर हिजबुल्लाह […]
नई दिल्ली: हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और भारत समेत दुनियाभर के तमाम देशों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. इस बीच ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने देश में हिजबुल्लाह के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले लोगों को कड़ी चेतावनी दी है. लेबर सरकार ने कहा है कि अगर हिजबुल्लाह के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले लोगों का तुरंत वीजा रद्द कर दिया जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया के गृह मंत्री टोनी बर्क ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि वे अपने देश में किसी आतंकी संगठन के समर्थन में प्रदर्शन नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति वीजा पर यहां रह रहा है और इन प्रदर्शनों में हिस्सा लेता है तो फिर उसकी जांच की जाएगी. इसके साथ ही उसका वीजा भी रद्द कर दिया जा सकता है. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने भी सोमवार को कहा था कि उनके देश में कट्टरपंथी विचारधारा के लिए कोई स्थान नहीं है.
बता दें कि इजरायल ने शुक्रवार-27 सितंबर को नसरल्लाह को मारने के लिए अपने 8 लड़ाकू विमान भेजे थे. इन विमानों के जरिए उसने लेबनान में स्थित हिजबुल्लाह हेडक्वार्टर पर करीब दो हजार पाउंड के 15 बम गिराए. रिपोर्ट्स के मुताबिक नसरल्लाह की जान लेने वाले बम का नाम BLU-109 था. इसे बंकर बस्टर भी कहा जाता है. इन बमों की खासियत यह है कि ये अंडरग्राउंड में घुसकर विस्फोट करते हैं.
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