नई दिल्ली। भारत में नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर नसीहत देने वाले पाकिस्तान को खुद अपनी गिरेबान में झांकने की जरूरत है। दरअसल, कराची शहर में एक हिंदू मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की गई है। स्थानीय पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के […]
नई दिल्ली। भारत में नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर नसीहत देने वाले पाकिस्तान को खुद अपनी गिरेबान में झांकने की जरूरत है। दरअसल, कराची शहर में एक हिंदू मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की गई है। स्थानीय पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के पूजा स्थलों में तोड़फोड़ का यह ताजा मामला है। पुलिस ने बताया कि कराची कोरंगी इलाके के श्री मारी माता मंदिर में बुधवार को देवी-देवताओं की मूर्तियों के तोड़फोड़ की गई।
जानकारी के मुताबिक इस घटना से कराची के हिंदू समुदाय के लोग दहशत में हैं, खासकर कोरंगी इलाके में जहां किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस तैनात की गई है।
इलाके के स्थानीय निवासीयों हिंदू समुदायों के लोगों का कहना है कि मोटरसाइकिल पर छह से आठ लोग इलाके में आए और मंदिर पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि हमला किसने और क्यों किया?
कोरंगी थाना प्रभारी फारूक संजरानी ने बताया कि पांच से छह अज्ञात संदिग्ध मंदिर में घुसे और तोड़फोड़ कर फरार हो गए। उन्होंने कहा कि मंदिर पर हमला करने वाले अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है.
आपको बता दें कि पाकिस्तान में अक्सर हिंदू मंदिरों को भीड़ द्वारा निशाना बनाया जाता रहा है। अक्टूबर में, कोटरी में सिंधु नदी के तट पर स्थित एक ऐतिहासिक मंदिर को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कथित रूप से निशाना बनाया गया था। इस संबंध में कोटरी थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पाकिस्तान के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान में 75 लाख हिंदू रहते हैं। हालांकि, समुदाय का मानना है कि देश में 90 लाख से अधिक हिंदू हैं। पाकिस्तान की अधिकांश हिंदू आबादी सिंध प्रांत में बसी है।
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