Myanmar Earthquake: शुक्रवार को म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप से मची तबाही में 150 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 700 से ज्यादा लोग घायल हैं। म्यांमार सरकार ने लोगों से अपील की है कि वो इस त्रासदी से उबरने में उनकी मदद करें। भारत म्यांमार की मदद करने के लिए सबसे पहले आगे आया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कल ही ट्वीट कर कहा था कि भारत हरसंभव मदद के लिए पूरी तरह तैयार है।

150 टन राहत सामग्री भेज रहा भारत

AFS हिंडन से IAF सी 130 जे विमान पर लगभग 15 टन राहत सामग्री म्यांमार भेजी जा रही है। इसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, खाने के लिए तैयार भोजन, वाटर प्यूरीफायर, हाइजीन किट, सोलर लैंप, जनरेटर सेट, आवश्यक दवाएं (पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, कैनुला, सीरिंज, दस्ताने, कॉटन बैंडेज, मूत्र बैग आदि) शामिल हैं।

भयानक भूकंप से हिले ये देश

बता दें कि म्यांमार के सुबह साढ़े 11 के करीब 7.7 तीव्रता का भयानक भूकंप माया। कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसमें 150 लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों लोग लापता है। भूकंप का केंद्र म्यांमार के मांडले शहर में था। इसके झटके इतने ताकतवर थे कि भारत, बांग्लादेश, थाईलैंड और चीन तक को हिलाकर रख दिया।

मदद मांग रहा म्यांमार

म्यांमार मीडिया के अनुसार, शुक्रवार को आए शक्तिशाली भूकंप में क्षतिग्रस्त हुई इमारतों में म्यांमार की राजधानी नेपीता में 1000 बिस्तरों वाला एक अस्पताल भी शामिल है। सैन्य शासित म्यांमार ने 144 लोगों की मौत और 732 लोगों के घायल होने के बाद सहायता मांगी है।

संसाधन जुटाने में लगा UN

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि भूकंप के बाद जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र दक्षिण पूर्व एशिया में संसाधन जुटा रहा है। इस बीच, म्यांमार के सैन्य जुंटा ने भी अन्य देशों से तत्काल सहायता मांगी है। रॉयटर्स के मुताबिक, बैंकॉक में 9 लोगों की मौत हुई है। थाईलैंड में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

 

8 सेकंड में भूकंप ने 5 मुल्कों में मचा दी तबाही, 150 मौतें और 700 घायल, चारों तरफ चीख पुकार