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अमेरिका में तबाही मचाने आ रहा ‘हेलेन’ तूफान: 225 kmph की रफ्तार से कहर, 1 करोड़ से ज्यादा लोग खतरे में!

नई दिल्ली: अमेरिका में ‘हेलेन’ तूफान ने तबाही मचा दी है। यह तूफान गुरुवार को फ्लोरिडा के तट से टकराया, जिससे अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। तूफान के चलते हवाओं की रफ्तार 225 किलोमीटर प्रति घंटा रही, जिससे भारी नुकसान हुआ है।

फ्लोरिडा के साथ-साथ जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलिना, साउथ कैरोलिना, वर्जीनिया और अलबामा में भी इमरजेंसी घोषित कर दी गई है। तूफान से अब तक 1 करोड़ 20 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और इसके आगे फैलने पर 5 करोड़ लोग तक प्रभावित हो सकते हैं। तूफान की वजह से 1000 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और 4,000 फ्लाइट्स में देरी हुई है।

हेलेन: अमेरिका का सबसे ताकतवर तूफान

‘हेलेन’ को कैटेगरी-4 के तूफान के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जो इसे विनाशकारी बनाता है। फ्लोरिडा में बिजली सप्लाई ठप हो गई है, जिससे 20 लाख लोग बिना बिजली के हैं। फ्लोरिडा के गवर्नर डी-सेंटिस ने निचले इलाकों में रहने वालों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी थी। फ्लोरिडा की राजधानी तल्लाहासी के मेयर ने कहा कि यह अब तक का सबसे शक्तिशाली तूफान हो सकता है और इससे शहर को भारी नुकसान हो सकता है।

तूफान के चलते ट्रक उड़ा, 2 की मौत

जॉर्जिया की व्हीलर काउंटी में तूफान की ताकत इतनी थी कि खेत में खड़ा ट्रॉला उड़कर हाईवे पर जा गिरा, जिससे दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, तूफान की वजह से अन्य 2 लोगों के मारे जाने की खबर है।

पिछले 35 सालों का सबसे खतरनाक तूफान

अमेरिकी मौसम वैज्ञानिक फिल क्लॉट्जबैक के अनुसार, पिछले 35 सालों में सिर्फ 3 तूफान ‘हेलेन’ से बड़े थे: इरमा (2017), विल्मा (2005) और ओपल (1995)। इरमा से 134, विल्मा से 23 और ओपल से 27 लोग मारे गए थे।

क्यों आते हैं इतने शक्तिशाली तूफान?

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि तापमान बढ़ने की वजह से शक्तिशाली तूफानों की संख्या बढ़ती जा रही है। तूफान या स्ट्रॉर्म वातावरण में डिस्टर्बेंस के कारण आते हैं, जिसमें तेज हवाएं, बारिश और कभी-कभी बर्फ या ओले भी होते हैं। समुद्र से उठने वाले स्ट्रॉर्म को हरिकेन कहा जाता है, जो साधारण तूफानों से कहीं ज्यादा खतरनाक होते हैं।

हरिकेन, साइक्लोन और टाइफून में अंतर?

हरिकेन, साइक्लोन और टाइफून तीनों एक ही प्रकार के तूफान होते हैं, बस इन्हें अलग-अलग जगहों पर अलग नाम दिए जाते हैं।

उत्तरी अमेरिका और कैरेबियन में इन्हें हरिकेन कहा जाता है।

जापान, फिलीपींस और चीन में इन्हें टाइफून कहते हैं।

जबकि भारत और हिंद महासागर के आसपास इन्हें साइक्लोन कहा जाता है।

टॉरनेडो क्या होते हैं?

टॉरनेडो भी तेज तूफान होते हैं, लेकिन ये साइक्लोन से अलग होते हैं। ये ज्यादातर धरती पर ही बनते हैं, जबकि साइक्लोन समुद्र से उठते हैं। सबसे ज्यादा टॉरनेडो अमेरिका में ही आते हैं।

अमेरिका में ‘हेलेन’ तूफान ने भारी तबाही मचाई है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। इससे बचने के लिए प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

 

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Anjali Singh

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