नई दिल्लीः हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए हंगरी के बुडापेस्ट में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। शनिवार के विरोध का नेतृत्व पूर्व सरकारी सहयोगी पीटर मग्यार ने किया। अप्रभावी राजनीतिक विरोध से निराश रूढ़िवादी और उदार हंगेरियाई लोगों को एक साथ लाने के उद्देश्य से […]
नई दिल्लीः हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए हंगरी के बुडापेस्ट में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। शनिवार के विरोध का नेतृत्व पूर्व सरकारी सहयोगी पीटर मग्यार ने किया। अप्रभावी राजनीतिक विरोध से निराश रूढ़िवादी और उदार हंगेरियाई लोगों को एक साथ लाने के उद्देश्य से पीटर मग्यार ने विशाल चौराहे पर मौजूद लोगों को संबोधित किया।
पीटर मग्यार ने अपने भाषण में कहा कि हम कदम दर कदम अपनी मातृभूमि को प्राप्त कर रहे हैं। एक नया देश उभर रहा है, एक संप्रभु, आधुनिक और यूरोपीय हंगरी का निर्माण कर रहे हैं। इस बीच, भीड़ ने ‘ओर्बान इस्तीफा दो और हम डरे हुए नहीं है’ के जमकर नारे लगाए। इस दौरान कई लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज हाथ में लिया हुआ था। फरवरी माह में मग्यार सरकार के करीबी बन गए और इस दौरान ओर्बान के प्रशासन के आंतरिक कामकाज के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की। जिसके बाद से वो ओर्बान प्रशासन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने जनवरी 2023 में अपनी पूर्व पत्नी वर्गा के साथ हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग मार्च में पोस्ट की। इसमें दिखाया गया है कि कैसे ओर्बन के कैबिनेट प्रमुख एंटल रोगन के सहयोगियों ने न्याय मंत्रालय के पूर्व राज्य सचिव पाल वोल्नर से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में अभियोजन फाइलों के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वर्गा ने कहा कि उन्होंने अभियोजकों को सुझाव दिया कि क्या हटाया जाना चाहिए।
वर्गा संग मग्यार के तलाक और कई राज्य फर्मों में उनकी नौकरियां छूट जाने की वजह से हंगरी की सरकार ने उन्हें एक अवसरवादी के तौर पर प्रचारित किया। वहीं, जून में यूरोपीय विधायी चुनावों से पहले मग्यार की बढ़ती लोकप्रियता ओर्बान के लिए एक राजनीतिक चुनौती बनती जा रही है। गौरतलब है कि फरवरी माह में एक दुष्कर्म कांड भी सामने आया था, जिसमें प्रधानमंत्री के दो मुख्य राजनीतिक समर्थकों, वर्गा और पूर्व राष्ट्रपति को पद से हटा दिया गया था।