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मंकीपॉक्स से कैसे करें बचाव, WHO ने बताए ये 5 उपाय

नई दिल्ली। WHO ने फ्रंटलाइन वर्कर्स की सुरक्षा को प्रथम अहमियत दी है। संस्था के मुताबिक फ्रंटलाइन वर्कर्स की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी हैं। कोई भी जो परीक्षण के लिए नमूने ले रहा है या व्यक्तियों की देखभाल कर रहा है, उन्हें सही जानकारी होना जरूरी है। इसके अलावा उनके पास सही व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण होने जरूरी हैं और हम सभी काउंटरमेशर्स का उपयोग करना चाहते हैं।

टीकों का सही इस्तेमाल जरूरी

डब्ल्यूएचओ की वैज्ञानिक मारिया वैन कारखेव ने कहा है कि बीमारी के लिए एंटीवायरल और वैक्सीन हैं लेकिन हमें इनका उचित तरीके से उपयोग करना होगा। बहुत से लोगों को इसकी जानकारी नहीं है कि इन टीकों की वजह से बीमारी के जोखिम को कम किया जा सकता है।

मंकीपॉक्स के बारे में सही जानकारी जरूरी

उन्होंने पांचवे और सबसे जरूरी पॉइंट में कहा कि मंकीपॉक्स क्या है, इस बारे में लोगों में सही जानकारी होना बहुत जरूरी है। क्योंकि इसे लेकर कई भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही है। ऐसे में विशेषज्ञों के साथ मिलकर एक बड़ी बैठक आयोजित की जा रही है और मंकीपॉक्स को लेकर विस्तार से विचार कर लोगों को सही जानकारी दी जाएगी।

इंसानों में फैलने से ऐसे रोकें

संगठन ने इस बात पर जोर दिया है कि वायरस को इंसान से इंसान में फैलने से रोकना होगा। हम गैर-स्थानिक देशों में ऐसा कर सकते हैं। यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम ऐसी स्थिति में हैं जहां हम शीघ्र पहचान के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपकरणों का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए पीड़ितों को अलग करना, आइसोलेशन को बढ़ावा देना, समुदायों के साथ बात करना और समुदायों को सुनना और उनके साथ जुड़ना जैसे काम किये जा सकते हैं।

मेडिकल क्लिनिक बढ़ाने पर जोर

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि जिन देशों में मंकीपॉक्स बढ़ रहा है, उन देशों के अलावा खतरे वाले सभी देशों में स्वास्थ्य क्लीनिकों को लैस करने की आवश्यकता है, ताकि यह पहचानने में सक्षम हो सके कि मंकीपॉक्स क्या है और यह सुनिश्चित किया जा सके कि किन लोगों को मंकीपॉक्स होने का संदेह है, ताकि उन्हें उचित देखभाल मिल सके।

अभी इतने हैं मामले

विश्व के गैर स्थानिक 27 देशों में मंकीपाक्स के 780 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। गैर स्थानिक वो देश हैं जहां यह बीमारी बाहर से आई है। संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक स्वास्थ्य संस्था ने कहा है कि 29 मई के बाद से गैर स्थानिक देशों में मंकीपाक्स के मामलों में 203 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 13 मई से दो जून के बीच इन देशों में मंकीपाक्स के कुल मामले 257 से बढ़कर 780 हो गए हैं। इस तरह में इनमें 523 की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, इन देशों में मंकीपाक्स की वजह से अभी कोई मौत होने की खबर नहीं है।

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Pravesh Chouhan

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