नई दिल्ली. How To Prevent Coronavirus: चीन वात एशिया के कई देश कोरोना वायरस के प्रकोप से डरे हुए हैं और यहां तक कि भारत में जानलेवा कोरोना वायरस के कई संदिग्ध मामले सामने आने के बाद यहां लोगों में भय का माहौल है. चीन के वुहान शहर में सबसे पहले कोरोना वायरस का मामले सामने आने के बाद इस जानलेवा वायरस की चपेट में 13,000 से ज्यादा लोग आ गए हैं और अब तक चीन में 213 लोगों की मौत हो चुकी हैं. हॉन्ग कॉन्ग ने चीन से आने वाले यात्रियों पर आंशिक प्रतिबंध लगा दिया है और अमेरिका, भारत समेत एशिया, यूरोप के अन्य देश चीन से अपने यहां आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर ही गहन जांच कर रहे हैं.
कोरोना वायरस का प्रकोप भारत में ना गहराए, इसके लिए भारत सरकार पर्याप्त उपाय कर रही है और चीन से आने वाले यात्रियों की गहन जांच कर रही है. सबसे पहले चीन से लौटीं बिहार की एक लड़की में कोरोना वायरस के लक्षण देखे गए. उसके बाद जयपुर और यूपी के युवक में कोरोना वायरस से होने वाली समस्याओं के लक्षण देखे जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय सजग हो गया. इस बीच दिल्ली-एनसीआर में 3 संदिग्ध मामले देखे गए. इन सभी मरीजों को आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है, ताकि अगर वे कोरोना वायरस से पीड़ित पाए गए तो उनका इलाज हो सके और इस वायरस को फैलने से रोका जा सके.
सबसे खास बात ये है कि कोरोना वायरस काफी तेजी से फैलता है. चीन के वुहान शहर में सबसे पहले इस वायरस का पता चला और फिर धीरे-धीरे यह चीन के कई शहरों में फैसने लगा. रातों-रात कोरोना वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या बढ़ती गई. चीन और हॉन्ग कॉन्ग में कोरोना वायरस के 13,00 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं और उनकी सांस संबंधी समस्याएं बढ़ गई हैं. कोरोना वायरस के कारण 100 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है. इस बीच सोमवार तक भारत में चीन से आए 33,552 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है और 100 से ज्यादा लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है.
क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस उस वायरस समूह का हिस्सा है, जिससे सामान्य रूप से सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत से लेकर घातक बीमारियां तक हो सकती हैं. कोरोना वायरस की चपेट में पशु-पक्षी के साथ ही मनुष्य भी आ सकते हैं. कोरोना वायरस का सबसे पहले 1960 में प्रकोप देखने को मिला था, उसके बाद समय-समय पर इसके अलग-अलग देशों पर प्रभाव देखने को मिले हैं और इस वायरस ने अब तक सैकड़ों लोगों की जानें ली हैं.
कोरोना वायरस के लक्षण
कोरोना वायरस के अगर कोई पीड़ित हो जाता है तो उसे सर्दी, खांसी, बुखार के साथ ही सांस देने में भी दिक्कत होती है. कोरोना वायरस की वजह से रिस्पायरेटरी इंफेक्शन होता है जो कि एक आदमी से दूसरे आदमी में ट्रांसफर होता जाता है. कोरोना वायरस की वजह से कई तरह के निमोनिया भी हो सकते हैं और एक समय में मनुष्य के कई अंग काम करने बंद कर देते हैं जिसकी वजह से उसकी मौत हो जाती है. इसलिए अगर आपके पास कोई ऐसे मामले दिखे, तो आप उसे तत्काल अस्पताल ले जाएं और उसकी जांच कराएं.
कोरोना वायरस से कैसे बचें और इसे फैलने से कैसे रोकें
कोरोना वायरस के बचने के लिए फिलहाल किसी तरह की दवा इजात नहीं की जा सकी है और मेडिकल रिसर्च जारी हैं. हालांलि, इसे फैलने से रोका जा सकता है और इसकी चपेट में आए लोगों की उचित इलाज कर उसे मौत के मूंह से निकाला जा सकता है. चूंकि कोरोना वायरस का संबंध संक्रमण यानी इंफेक्शन से है, ऐसे में आप इसका संक्रमण रोक सकते हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए अपने हाथ साबुन और पानी या सैनिटाइजर से साफ करें. साथ ही खांसी करते वक्त या छींकते समय अपनी नाक और मुंह को किसी तरह ढंक लें. अगर किसी में सर्दी या बुखार के लक्षण दिखे तो उसके पास जाने से बचें. साथ ही खाने में मीट या अंडे को अच्छे से पकाएं और जंगली और खेतों में रहने वाले जानवरों के संपर्क में आने से बचें. मुर्गी, चमगादड़ और सुगर जैसे जानवरों से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा रहता है.
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