नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के साथ चल रहे व्यापार के बीच अमेरिका के साथ भारत के संबंधों को संतुलित बनाए रखने के लिए शनिवार को मजाकिया लहजे में खुद की तारीफ की और कहा कि ये हमारे लिए कोई परेशानी का सबब नहीं है। दिलचस्प बात ये है कि जयशंकर जिस […]
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के साथ चल रहे व्यापार के बीच अमेरिका के साथ भारत के संबंधों को संतुलित बनाए रखने के लिए शनिवार को मजाकिया लहजे में खुद की तारीफ की और कहा कि ये हमारे लिए कोई परेशानी का सबब नहीं है। दिलचस्प बात ये है कि जयशंकर जिस वक्त म्यूनिख में एक सुरक्षा सम्मेलन के एक सत्र में यह बात कह रहे थे, उस दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक भी वहां मौजूद थे।
जयशंकर से पूछा गया था कि रूस के साथ व्यापार जारी रखते हुए भारत अमेरिका के साथ अपने बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों को कैसे बैलेंस कर रहा है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि क्या ये एक समस्या है, यह एक समस्या क्यों होनी चाहिए? उन्होंने कहा कि मैं इतना स्मार्ट हूं कि मेरे पास कई विकल्प हैं, आपको मेरी तारीफ करनी चाहिए। इस दौरान उनके बगल में अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन बैठे थे।
ये पहली बार नहीं है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सस्ता रूसी तेल खरीदने के लिए अपने रुख और प्रतिबद्धता को जाहिर किया हो। पहले भी कई मंचों पर वो भारत का रुख साफ कर चुके हैं। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गाजा में मौजूदा स्थिति को लेकर भी चिंता जाहिर की और कहा कि भारत कई दशकों से ये कहता रहा है कि फिलिस्तीन मुद्दे का द्विराष्ट्र समाधान होना चाहिए और अब बड़ी संख्या में देश न केवल इस बात का समर्थन कर रहे हैं, बल्कि इसको पहले की तुलना में ज्यादा जरूरी मान रहे हैं।