Hong Kong-Zhuhai-Macau Bridge: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आज दुनिया के सबसे बड़े पुल हांगकांग-झुहाई-मकाउ ब्रिज का उद्घाटन कर दिया. यह पुल समुद्र में बनाया गया है जो चीन को मकाऊ और हांगकांग से जोड़ता है. इस पुल के जरिए अब चीन से हांगकांग 3.40 घंटे के बजाय सिर्फ 30 मिनट में पहुंचा जा चुकेगा.
झुहैइ. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दुनिया के सबसे बड़े पुल का उद्घाटन कर दिया. यह पुल चीन के शहर झुहैई से होकर हांगकांग और मकाऊ को जोड़ेगा. इस पुल से हांगकांग तक की दूरी का सफर तय करने में करीब तीन घंटे की बचत होगी. इसके जरिए सिर्फ 30 मिनट में चीन से हांगकांग पहुंचा जा सकेगा. 55 किमी की लंबाई वाला यह पुल समुद्र के ऊपर बनाया गया है. हालांकि इसका कुछ हिस्सा समुद्र के नीचे भी है. इस विशालतम पुल का नाम हांगकांग-झुहाई-मकाउ ब्रिज रखा गया है. इस पुल के उद्घाटन के वक्त चीनी राष्ट्रपति के अलावा हांगकांग और मकाऊ के नेता भी उपस्थित रहे.
2009 से बन रहे इस पुल का चीन में काफी विरोध हो रहा था. शायद यही वजह रही कि इसके उद्घाटन के वक्त वहां ज्यादा लोग नहीं पहुंचे. पुल के नजदीक काफी कड़ी सिक्योरिटी रखी गयी थी. इसके अलावा पत्रकारों की भी आईडी चेक कर पुल तक जाने की परमीशन थी. पर्ल रीवर डेल्टा पर बसे शहरों को जोड़ने वाले इस पुल को वास्तुकला का नायाब उदाहरण बताया जा रहा है. नौ साल से बन रहे इस पुल के निर्माण में इतना स्टील लगा है जिससे 60 एफिल टावर बनाए जा सकते हैं. इस पुल के जरिए हांगकांग जाने वालों को रोड में अपनी साइड बदलनी होगी क्योंकि हांगकांग में वाहन भारत की तरह बायीं तरफ चलते हैं.
इस मेगा पुल के निर्माण का सबसे कठिन हिस्सा 22.9 किमी लंबा और 6.7 किमी गुफा में सड़क बनाना था. Y शेप पुल के निर्माण से चीन के दक्षिणी शहर झुहाई की दूरी 3.40 घंटे से घटकर सिर्फ 30 मिनट रह गई है. इसमें एक अंडरवाटर टनल भी तैयार की गई है जिसे निर्माण का सबसे कठिन हिस्सा बताया गया है. इसके अलावा एक कृत्रिम द्वीप भी बनाया गया है. यह मेगा ब्रिज हांगकांग के लंताऊ द्वीप और चीन के झुहैइ और गैंबलिंग को मकाउ से जोड़ता है. चीन सरकार के आलोचक इस पुल के निर्माण में अपारदर्शिता बरतने का आरोप लगाकर विरोध कर रहे थे.